नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनाव (upcoming lok sabha elections) के मद्देनजर बीजेपी धीरे-धीरे उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर रही है. पार्टी की तरफ से अब तक कुल 6 लिस्ट जारी की जा चुकी हैं. इनमें अभी तक 405 उम्मीदवार घोषित किए गए (405 candidates declared) हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि पार्टी ने जो लिस्ट जारी की हैं, उनमें मौजूदा 291 सांसदों में से 101 सांसदों के टिकट काट दिए गए हैं. बीजेपी ने पहली लिस्ट में 33, दूसरी में लिस्ट 30, पांचवी लिस्ट में 37 और छठी लिस्ट में 1 मौजूदा सांसदों के टिकट काटे गए हैं. इनमें कई राज्य मंत्री भी शामिल हैं.
बीजेपी (BJP) द्वारा जिन बड़े सांसदों के टिकट काटे गए हैं उनमें वरुण गांधी, प्रज्ञा ठाकुर, रमेश बिधूड़ी, दर्शना जरदोष, रमेश पोखरियाल निशंक, प्रताप सिम्हा, वी.के सिंह, अनंत हेगड़े, अश्विनी चौबे, हर्षवर्धन, गौतम गंभीर जैसे बड़े नाम शामिल हैं. वहीं मणिपुर के तीनों सांसदों का टिकट इस बार काट दिया गया है. बताया जा रहा है कि मणिपुर की मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने तीनों सांसदों का टिकट काटने का फैसला किया है और नए चेहरों पर दांव खेला है.
अगर आंकड़ों के हिसाब से देखा जाए तो बीजेपी ने अभी तक करीब 34 प्रतिशत मौजूदा सांसदों के टिकट काटे हैं. यानी हर तीन में से एक सांसद को दोबारा टिकट नहीं मिला है. बीजेपी ने 2019 में अपने 282 सांसदों में से 119 के टिकट काटे थे, यानी करीब 42 प्रतिशत सांसदों को दोबारा टिकट नहीं मिला था. बीजेपी ने यह कदम एंटी इंकम्बेंसी से बचने के लिए उठाया था. वहीं इस बार पार्टी ने एंटी इंकम्बेंसी, विवादित बयानबाजी और स्थानीय कार्यकर्ताओं की नाराजगी को ध्यान में रखते हुए 101 सांसदों का टिकट अब तक काटा है.
बीजेपी अभी कम से कम 30-40 उम्मीदवार और घोषित करेगी और माना जा रहा है कि इनमें भी कई मौजूदा सांसदों के टिकट कटने के संभावना है. मिसाल के तौर पर पार्टी ने अभी तक विवादास्पद सांसद बृजभूषण शरण सिंह की उम्मीदवारी पर फैसला नहीं किया है. कैसरगंज लोकसभा सीट से पार्टी की तरफ से नाम का ऐलान नहीं किया जा रहा है. राजनीतिक हलकों में चर्चाएं जोरों पर है कि बृजभूषण सिंह का टिकट इस बार कट सकता है. हालांकि अभी तक इस पर सस्पेंस बरकरार है.
बता दें कि बीजेपी दिल्ली में अपने सभी उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है. सात सांसदों में से इस बार 6 का टिकट काट दिया गया है. सिर्फ मनोज तिवारी ही हैं, जो अपना टिकट बचा पाए हैं. बीजेपी ने अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए 2 बार के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन की टिकट काटकर प्रवीण खंडेलवाल को चांदनी चौक लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है. वहीं, पश्चिमी दिल्ली सीट से 2 बार के सांसद परवेश सिंह वर्मा की जगह कमलजीत सहरावत, दक्षिणी दिल्ली से बीजेपी ने रमेश बिधूड़ी की जगह रामवीर सिंह बिधूड़ी, नई दिल्ली लोकसभा सीट से मीनाक्षी लेखी की जगह दिवंगत नेता सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को मैदान में उतारा है. उत्तर पश्चिमी दिल्ली से हंसराज हंस की जगह योगेश चंदोलिया को टिकट दिया गया है. पूर्वी दिल्ली से गौतम गंभीर की जगह हर्ष मल्होत्रा और उत्तर पूर्वी से फिर से मनोज तिवारी को मैदान में उतारा है.
80 लोकसभा सीटों वाले यूपी में बीजेपी 75 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. वहीं पांच सीटें सहयोगी दलों को दी गई हैं. अपनी 75 सीटों में से 63 सीटों पर बीजेपी उम्मीदवार घोषित कर चुकी है, जबकि करीब 1 दर्जन सीटों पर सस्पेंस अब भी बरकरार है. यूपी में बीजेपी अभी तक अपने 9 मौजूदा सांसदों का टिकट काट चुकी है. बरेली से 8 बार के सासंद रहे संतोष गंगवार, पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी, गाजियाबाद से केन्द्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह, बाराबंकी के सांसद उपेन्द्र रावत, बदायूं से स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य, कानपुर नगर सीट से सत्यदेव पचौरी, बहराइच (आरक्षित) से अक्षयवर लाल गौड़, हाथरस (आरक्षित) के सांसद राजवीर सिंह दिलेर और मेरठ सीट से राजेंद्र अग्रवाल का टिकट इस बार काटा गया है. हालांकि, जनरल वीके सिंह और सत्यदेव पचौरी पहले ही चुनाव न लड़ने का ऐलान कर चुके थे.
गुजरात में बीजेपी ने सभी 26 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है. पार्टी ने 14 नए चेहरे को जगह दी है, जबकि 12 सांसदों को रिपीट किया है. बीजेपी ने पिछले चुनाव में छह के मुकाबले इस बारे चार महिलाओं को उम्मीदवार बनाया है. मोदी सरकार के दो केंद्रीय राज्य मंत्रियों का टिकट काटा गया है. सूरत से दर्शनाबेन जरदोश और सुरेंद्रनगर से डॉ महेंद्र मुंजपरा को पार्टी ने इस बार टिकट नहीं दिया है. दोनों केंद्रीय मंत्रियों की जगह पर नए चहरों को पार्टी ने मैदान में उतारा है. दर्शनाबेन जरदोश की जगह पर सूरत बीजेपी के महामंत्री मुकेश दलाल को टिकट दिया गया है, जबकि डॉ महेंद्र मुंजपरा की जगह पर जिला पंचायत के पूर्व प्रमुख रहे चंदूभाई सीहोरा चुनाव लड़ेंगे. चंदूभाई साल 2017 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए थे.
लंबे समय से हिंसक झड़पों से जूझ रहे मणिपुर में बीजेपी ने बड़ा प्रयोग किया है. पार्टी ने राज्य के तीनों मौजूदा सांसदों का टिकट काट दिया है और नए चेहरों को मौका दिया है. मंगलवार को ही जारी छठी लिस्ट में पार्टी ने उस सांसद का भी टिकट काट दिया जिसके घर को उपद्रवियों ने जला दिया था. पार्टी ने केंद्रीय राज्य मंत्री (विदेश मंत्रालय) राजकुमार रंजन सिंह को दोबारा मौका नहीं दिया है. मणिपुर अशांति के दौरान उपद्रवियों ने इंफाल में उनका घर जला दिया था. इससे पहले की लिस्ट में दो अन्य सांसदों का टिकट पहले ही कट चुका था.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved