लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के कार्यकाल में बेटियों का सम्मान पूर्वक जीना दुश्वार है। आए दिन उनके साथ होनेवाली दुष्कर्म की घटनाओं पर कोई रोक नहीं लग रही है। अराजकता का ऐसा तांडव पहले कभी नहीं देखा गया।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने जैसे-तैसे साढ़े तीन साल से ऊपर के दिन निकाल लिए हैं, उनके अपराध के प्रति जीरो टालरेंस का दावा एक बड़े जीरों में बदल गया है। उनका रोमियो स्क्वाड लापता है। अब चलते-चलाते मुख्यमंत्री जी जिलों में रोल माडल चुनने का कथित मिशन शक्ति अभियान चलाने जा रहे हैं। इसका हश्र भी वही होना है जो अब तक उनके वादों-निर्देशों-आदेशों का होता रहा है।
अखिलेश ने कहा कि प्रदेश की जनता पूछती है कि आखिर कितने हाथरस, बलिया, झांसी, बलरामपुर और बाराबंकी काण्ड दुहराए जाएंगे। इन सभी काण्डों में बच्चियों से दुष्कर्म के मामलों में पुलिस और प्रशासन की लीपापोती की ही नीति रही है। बच्चियों से बर्बरतापूर्ण कृत्य अमानवीयता की हद, निंदनीय और शर्मनाक हैं। हाथरस में दलित बेटी की दुष्कर्म के बाद नृशंस हत्या के बाद आधीरात में पुलिस ने जबरन उसका दाहसंस्कार कर दिया। घरवालों को उसका मुंह भी देखने नहीं दिया। बाराबंकी में भी बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या की गई।
उन्होंने कहा कि भाजपा राज में बेलगाम अपराध, बेखौफ अपराधी इसलिए हैं कि सत्ताधीश ही उन्हें संरक्षण दे रहे हैं। राज्य सरकार माफियाओं के आगे नतमस्तक है। लुटेरों को संरक्षण गरीब को गोली, यही भाजपा सरकार की जनता को देन है। राज्यपाल को प्रदेश में रोज-ब-रोज बढ़ती अराजक स्थिति का संज्ञान लेना चाहिए और अपने संवैधानिक उत्तरदायित्व का निर्वहन करना चाहिए। (एजेंसी, हि.स.)
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