नई दिल्ली । कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष (Congress National President) मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Khadge) ने कहा कि भाजपा की सरकार (BJP Government) एक दलित को बोलने नहीं दे रही है ? (Is Not Allowing A Dalit to Speak ?) क्या मैं ऐसा कहूं ? (Should I Say that ?) इंडिया गठबंधन के दलों ने सांसदों के निलंबन के खिलाफ जंतर-मंतर पर धरना दिया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी धरनास्थल पर पहुंचे। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा, लोकतंत्र को बचाने के लिए हम कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हैं।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, संविधान के उच्च पद पर बैठने वाले लोग कहते हैं कि मेरी जाति के कारण मेरा अपमान किया जा रहा है… अगर आपकी हालत यही है तो मेरे जैसे दलित की हालत क्या होगी ? मैं जब सदन में बात करने के लिए उठता था तो उस समय मुझे बोलने का मौका नहीं दिया जाता था… तो मैं क्या कहूं कि ये भाजपा के लोग, भाजपा की सरकार एक दलित को बोलने नहीं दे रही है ? क्या मैं ऐसा कहूं ?
राहुल गांधी ने कहा, हम सब विपक्ष के नेता और विपक्ष के कार्यकर्ता एक साथ खड़े हैं। ये लड़ाई नफरत और मोहब्बत के बीच की लड़ाई है। नफरत के बाजार में हम मोहब्बत की दुकान खोल रहे हैं। जितनी आप नफरत फैलाओगे… उतना इंडिया गठबंधन मोहब्बत फैलाएगा । कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, कुछ दिन पहले संसद भवन में दो-तीन युवा कूदकर अंदर आ गए। उन्हें कूदते हुए हम सबने देखा। वे अंदर आए, उन्होंने थोड़ा धुआं फैलाया, भाजपा के सभी सांसद भाग गए। जो अपने आप को देश भक्त कहते हैं उनकी हवा निकल गई। वे अंदर कैसे आए? संसद के अंदर वे गैस का सिलेंडर ले आए?उन्होंने ये विरोध क्यों किया? उसका कारण क्या था? बेरोज़गारी! इस देश का युवा आज रोजगार नहीं पा सकता है।
कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा, क्या कभी इतने सारे सांसदों को निलंबित किया गया है? हमने केवल गृह मंत्री से बयान की मांग की थी । कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सैयद नसीर हुसैन ने मीडिया से बात करते हुए कहा, संसद निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था है, 700 से अधिक सांसद प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से चुने जाते हैं। उन्होंने कहा, सरकार को सांसदों को निलंबित करने और सदन चलाने का कोई अधिकार नहीं है। यह सरकार पूरी तरह से तानाशाही और अलोकतांत्रिक है।
सांसदों के बड़े पैमाने पर निलंबन के खिलाफ इंडिया गठबंधन के विरोध पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा दुनिया में लोकतंत्र के इतिहास में, 146 सांसदों को कभी निलंबित नहीं किया गया है। लोगों को पता होना चाहिए कि लोकतंत्र खतरे में है। विरोध यह बताने के लिए है” लोगों का कहना है कि जो कुछ भी हो रहा है वह देश के भविष्य के लिए गलत है। इसका एक ही उपाय है, लोग इस सरकार को बदलें और इंडिया अलायंस को सत्ता में लाएं।
राजद सांसद मनोज झा ने कहा, “लोकतंत्र की हत्या हो गई है। अब लोकतंत्र को पुनर्जीवित करना है। वे(प्रधानमंत्री मोदी) विदेश जाते हैं तो सीना ठोककर बोलते हैं कि ‘लोकतंत्र की जननी’ से आया हूं, अब क्या सीना ठोकेंगे पीएम साहब ?सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “हमें उन लोगों से लोकतंत्र को बचाने की जरूरत है, जो वर्तमान में सत्ता में हैं। संसद में सुरक्षा उल्लंघन की घटना के लिए भाजपा को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
आपको बता दें कि संसद में लगातार जारी हंगामे पर कड़ी कार्रवाई करते हुए बुधवार को भी लोकसभा के 2 और मंगलवार को लोकसभा के 49 सांसदों को सदन से निलंबित कर दिया गया था। इससे पहले सोमवार को भी राज्यसभा के 45 और लोकसभा के 33 सांसदों सहित कुल 78 सांसदों को निलंबित कर दिया गया था। पिछले सप्ताह लोकसभा के 13 और राज्यसभा के एक सांसद को भी निलंबित किया गया था। दोनों सदनों में अब तक कुल मिलाकर 146 सांसद निलंबित हो चुके हैं।
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