– मृत्युंजय दीक्षित
अपनी स्थापना के 42 साल के सफर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आज राजनीति के सर्वोच्च शिखर पर है। भाजपा की स्थापना 6 अप्रैल, 1980 को हुई थी। भाजपा आज राष्ट्रवादी दल के रूप में पूरे भारत में अपनी अलग पहचान बना चुकी है। देश के लोगों ने भाजपा पर भरोसा कर अंत्योदय के संकल्प को पूरा करने की ताकत प्रदान की है। भाजपा का वर्तमान में अब तक का सर्वश्रेष्ठ दौर चल रहा है। श्रीरामजन्मभूमि मंदिर आंदोलन को राजनीतिक समर्थन देने के साथ ही भाजपा की ऊर्ध्वगामी यात्रा प्रारंभ हो गई थी। 1984 में मात्र दो सीटों वाली भारतीय जनता पार्टी के ग्राफ में लगातार वृद्धि ही होती रही है। इस विकास यात्रा में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी और रथयात्रा के महानायक लालकृष्ण आडवाणी का अप्रतिम योगदान है। आज 17 राज्यों में भाजपा की अपनी अथवा अपने सहयोगियों के साथ सरकारें हैं। यानी केंद्र के साथ-साथ 44 प्रतिशत भू-भाग भाजपा शासित है।
भाजपा को वर्ष 1989 में 85 सीटों पर जीत मिली और उसने वीपी सिंह के नेतृत्व में नेशनल फ्रंट की सरकार को समर्थन दिया था। राजनीतिक उथल-पुथल के बीच भाजपा ने समर्थन वापस लिया और उसके बाद 1991 में भाजपा को 120 सीटों पर विजय हासिल हुई। 1996 में 165 सीटों के साथ भाजपा सबसे बड़े दल के रूप में उभरकर सामने आई और अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में सरकार बनी तो लेकिन वह मात्र 13 दिन में ही गिर गई। 1998 में भाजपा को 182 सीटों पर जीत हासिल हुई और एनडीए की सरकार बनी लेकिन वह सरकार भी मात्र 13 माह में ही गिर गई। 1999 में एक बार फिर भाजपा को 182 सीटें मिली और राजग ने 303 सीटों पर जीत हासिल की। इस बार वाजपेयी एकबार फिर देश के प्रधानमंत्री बने और सरकार ने अपना कार्यकाल पूरा किया। उसके बाद 2004 में भाजपा उदय भारत के नारे के साथ मैदान में उतरी जो पूरी तरह से विफल साबित हुआ और राजग को अप्रत्याशित पराजय का सामना करना पड़ा। भाजपा को मात्र 136 सीटों पर ही सफलता मिली। 2009 में भी भाजपा को एक बार फिर हार मिली और 116 सीटों के साथ भाजपा मुख्य विपक्षी दल रही। 2014 में पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में शानदार तरीके से केंद्र की सत्ता में वापस आई और 2019 में विजय का नया इतिहास रचा।
इस समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता चरम पर है। भाजपा शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों की लोकप्रियता काफी बढ़ी है। अभी हाल ही के पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में यह बात साबित भी हुई है। विपक्ष ने किसान आंदोलन सहित अन्य मुद्दे उछाले पर जनता ने सबको धराशायी कर दी। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा देश की जनता से किए वादों को प्राणप्रण के साथ पूरा कर रही है। यही नहीं जिन आकांक्षाओं के साथ हिन्दू समाज भाजपा को समर्थन दे रहा है, पार्टी शनैः शनैः उनकी पूर्ति की दिशा में भी बढ़ रही है। श्री रामजन्मभूमि आंदोलन के साथ शुरू हुई यात्रा का प्रतिफल देखने को मिलने लगा है। सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक निर्णय के पश्चात अब अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण शुरू हो चुका है। काशी विश्वनाथधाम अपने प्राचीन वैभव को पुनः प्राप्त कर रहा है । जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाकर आतंकवाद के शिकार हुए कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के प्रयास तेज किए गए हैं। भाजपा के संकल्प और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में देश की सीमाएं सुरक्षित हैं। राज्यसभा के इतिहास में 32 वर्ष बाद किसी दल की सदस्य संख्या 101 हो गई है। एस समय था जब भाजपा को सरकार में रहते हुए भी अपने विधेयकों को पारित करवाने के लिए विपक्ष का मुंह ताकना पड़ता था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले गैरकांग्रेसी प्रधानमंत्री भी बनने जा रहे हैं। 31 मई 2022 को भाजपा का वर्तमान कार्यकाल स्वतंत्रता के बाद गैरकांग्रेस सरकार के रूप में सबसे लंबा कार्यकाल बन जाएगा। यह भाजपा की विकास यात्रा में एक सुनहरा पल होगा। दूरदर्शी राजनेता के रूप में प्रधानमंत्री मोदी के आने के बाद भाजपा का इतिहास कुछ अलग हो गया है। केंद्र में भले ही राजग का शासन हो लेकिन संख्याबल के आधार पर भाजपा अकेले ही शासन करने में सक्षम है। 2014 में भाजपा को 282 सीटें मिली थीं। 2019 में यह संख्या बढ़कर 303 हो गई। यह प्रधानमंत्री का करिश्माई नेतृत्व ही है जिसके कारण भाजपा नित नये कीर्तिमान बना रही है। आज भाजपा हर जगह मुख्य मुकाबले में है। चाहे वह नगर निकाय के चुनाव हों या फिर विधानसभा अथवा लोकसभा का ।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व के समक्ष विपक्ष के लगातार धराशयी होने के कई कारण हैं। आज जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ सीधे जनता को मिल रहा है। उज्वला योजना, आवास योजना, शौचालय, हर घर नल, आयुष्मान भारत सहित तमाम योजनाओं ने जन सामान्य के जीवन को सकारात्मक रूप से स्पर्श किया है। मोदी आज देश की राजनीति में नया व्याकरण लिख रहे हैं। भाजपा और देश के विकास का नया अध्याय लिख रहे हैं। एक समय था जब भाजपा को केवल शहरी और व्यापारियों की पार्टी माना जाता था। अब यह सभी मिथक पूरी तरह से टूट चुके हैं। इस विकास यात्रा के विभिन्न कालखंड में भाजपा को कई बार संकटों का भी सामना करना पड़ा है। लालकृष्ण आडवाणी के नेतृत्व में रामरथ यात्रा इसका गवाह है। बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने आडवाणी की गिरफ्तारी का आदेश जारी किया और रथयात्रा रोकनी पड़ गई । इसी प्रकार 6 दिसंबर को अयोध्याकांड के बाद केंद्र की सरकार ने उत्तर प्रदेश सहित चार राज्यों की भाजपा सरकारों को बर्खास्त कर दिया। वर्तमान समय में भाजपा सुदृढ़, सशक्त, समृद्ध ,समर्थ और स्वावलम्बी भारत के निर्माण के लिए निरंतर सक्रिय है। मोदी के नेतृत्व में भाजपा पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सपनों को धरातल में उतारने में दिन-रात एक कर रही है। भाजपा ने दीनदयाल के एकात्म मानववाद को अपनाया है। अंत्योदय, सुशासन, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, विकास एवं सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए भाजपा प्रगति के पथ पर अग्रसर है।
(लेखक, स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं।)
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