नई दिल्ली (New Dehli) । क्या पिछले 10 साल से सत्ता में काबिज (occupied)बीजेपी पिछले दो चुनावों (elections)की तरह एक बार फिर धमाकेदार (explosive)जीत दर्ज कर अपनी हैट्रिक (hat trick)पूरी करेगी या फिर कोई बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा? इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि देश की जनता मिलीजुली सरकारों को देख चुकी है, इसलिए स्वाभाविक रूप से उसकी पसंद बीजेपी ही है.
साल 2023 की विदाई की घड़ी आ गई है और नए साल यानी 2024 में देश की जनता के सामने सबसे बड़ा सवाल यही होगा कि अगले पांच साल के लिए वो सरकार की कमान किसके हाथ में देगी. क्या पिछले 10 साल से सत्ता में काबिज बीजेपी पिछले दो चुनावों की तरह एक बार फिर धमाकेदार जीत दर्ज कर अपनी हैट्रिक पूरी करेगी या फिर कोई बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा और फिर से देश में मिली जुटी सरकारों का दौर लौटेगा? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश की जनता मिलीजुली सरकारों को देख चुकी है, इसलिए स्वाभाविक रूप से उसकी पसंद बीजेपी ही है.
खास बातचीत में पीएम मोदी ने कहा, जहां तक 2024 की बात है तो मेरे हाथ में तो बस यही है कि लोगों की सेवा में अपना सब कुछ लगा दूं. मैं पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता से यह करने का प्रयास कर रहा हूं. लेकिन आज लोगों, विशेषज्ञों, जनमत बनाने वालों और मीडिया के मित्रों के बीच भी आम राय है कि हमारे देश को मिली-जुली सरकार की जरूरत नहीं है.
पीएम मोदी ने कहा कि मिली-जुली सरकारों से उत्पन्न अस्थिरता के कारण हमने 30 वर्ष गंवा दिए. लोग मिली-जुली सरकारों के युग में सुशासन का अभाव, तुष्टीकरण की राजनीति, भ्रष्टाचार देख चुके हैं. इसका परिणाम यह हुआ कि लोग आशावाद और आत्मविश्वास से हाथ धो बैठे और दुनिया में भारत की छवि खराब हुई. इसलिए स्वाभाविक रूप से लोगों की पसंद भाजपा है.
पीएम मोदी 22 वर्षों से मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में प्रमुख नेतृत्व पदों पर हैं. इस दौरान प्रमुख सबक क्या रहे और उनकी सफलता के मंत्र क्या हैं? इस सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि मेरी सफलताएं और मेरे प्रयास दोनों सार्वजनिक दायरे में सबके सामने हैं. लोग मेरे आचरण और कामकाज के गवाह हैं और मीडिया के मित्र सफलता के मंत्र के अपने निष्कर्ष निकालने के लिए स्वतंत्र हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि एक बात जिसका मैंने हमेशा पालन किया है वह है, सबसे पहले राष्ट्र. मैंने जो कुछ भी किया है, एक कार्यकर्ता के रूप में किया, चाहे मुख्यमंत्री के रूप में हो या प्रधानमंत्री के रूप में. मैंने हमेशा देश को सबसे आगे रखा है. मैंने जो भी निर्णय लिए, राष्ट्रहित को ध्यान में रखकर लिए. अक्सर लोग मुझसे पूछते हैं कि मैंने कठिन निर्णय कैसे लिए. मेरे लिए यह मुश्किल नहीं लगता क्योंकि मैं अपने सभी फैसले राष्ट्र को आगे रखकर लेता हूं.
पीएम मोदी से जब 2024 के लिए उनकी विश लिस्ट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो विश लिस्ट में विश्वास करे, बल्कि मैं अपनी वर्कलिस्ट में विश्वास करता हूं.
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