लाडली बहना योजना के बहाने शुरू किया प्रचार, पिछले दो सालों से सक्रिय थे विधानसभा में
इन्दौर। पांच नंबर विधानसभा से चुनाव लडऩे का दावा करने वाले भाजपा के नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे (indore president of BJP Gaurav Ranadive) ने खुलेआम क्षेत्र में ताल ठोंक दी है। वे पिछले दो साल से इस सीट पर संगठन की गतिविधियों में सक्रिय थे। लाडली योजना के बहाने उन्होंने अपना प्रचार भी शुरू कर दिया है।
गौरव की निगाह राऊ विधानसभा पर भी थी, लेकिन वहां से पार्टी ने अपने अधिकृत उम्मीदवार के रूप में मधु वर्मा (Madhu Verma) को टिकट दे दिया। इसी को लेकर अब उन्होंने अपना पूरा ध्यान 5 नंबर विधानसभा पर केन्द्रित कर लिया है। बताया जा रहा है कि पिछले दो साल से गौरव रणदिवे ने इस विधानसभा में अपनी सक्रियता तेज कर रखी थी और एक बड़ी टीम भी यहां तैयार कर ली है। अब उन्होंने खुलेआम ताल ठोंककर रिक्शाओं पर बैनर, पेम्पलेट्स और क्षेत्र में पोस्टर लगाकर अपना प्रचार शुरू कर दिया है। हालांकि इस प्रचार सामग्री में विधानसभा के नंबर का जिक्र नहीं है, लेकिन पांच नंबर विधानसभा में ही प्रचार किया जा रहा है। उन्होंने लाडली बहना योजना (Ladli Behna Yojna) के पर्चे भी छपवाकर क्षेत्र में बैठकें लेना भी शुरू कर दिया है। वहीं पांच नंबर के नेताओं के संपर्क में भी वे हैं। गौरव के समर्थकों ने भी क्षेत्र में जाकर बैठकें लेना शुरू कर दिया है और उनके पक्ष में माहौल बनाया जा रहा है। वैसे भाजपा में यह तय है कि जो भी यहां नगर अध्यक्ष रहा, वह विधायक जरूर बना।
विरोधियों से आज मिलेंगे गुजराती विधायक
कभी हार्डिया के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहने वाले पांच नंबर के भाजपा नेता उनके खिलाफ मुखर हो रहे हैं। कल फिर सरदार वल्लभभाई पटेल मंडल की बैठक में यह विरोध सामने आया, जब गुजरात के विधायक संदीप भाई देसाई संगठन के पदाधिकारियों से बात कर रहे थे। बैठक में भाजपा के वरिष्ठ नेता होलासराय सोनी, दिलीप शर्मा, नानूराम कुमावत, अजयसिंह नरूका, राजा कोठारी, नंदू बोरासी, पार्षद पति अनिल गौहर, राजेश शिवाले, रमेश जैन, आशा सोनी भी मौजूद थे। मंच पर विधानसभा के प्रभारी राजेश उदावत भी देसाई के साथ बैठे थे। बैठक में विधानभा चुनाव में नए चेहरे को टिकट देने की मांग पूर्व पार्षद दिलीप शर्मा ने उठाई तो पार्षद पति अनिल गौहर ने इसका विरोध कर दिया। इस पर दोनों में जोरदार कहासुनी हो गई। शर्मा ने उदावत की ओर इशारा करते हुए कहा कि इन्हें भी दो-दो पद दे दिए गए, बाकी कार्यकर्ता विधानसभा में नहीं हैं क्या? बात बढ़ती देख देसाई ने दोनों को चुप किया। तभी एक अन्य कार्यकर्ता ने नानूराम कुमावत के खिलाफ ही कह दिया कि उन्हें टिकट मिला नहीं है और वे अपना फोटो लगाकर विधानसभा में पर्चें बांट रहे हैं। ऐसे नेता को पार्टी से निष्कासित किया जाए। देसाई ने कार्यकर्ता को भी डपटा और बैठक से निकल गए। आज सभी 35 विरोधियों को उन्होंने बायपास की एक होटल में बुलाया है, जहां वे ठहरे हुए हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved