कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राज्यसभा सांसद स्वपन दासगुप्ता (Swapan Dasgupta ) इस बार हुगली जिले की तारकेश्वर विधानसभा केंद्र से भाजपा के उम्मीदवार हैं। लोकसभा चुनाव के बाद क्षेत्र में भाजपा की सांगठनिक मजबूती बढ़ी है और राजनीतिक पंडितों का मानना है कि क्षेत्र में भाजपा जीत जाए तो कोई आश्चर्य नहीं होगा।
चुनावी संभावनाओं के बारे में स्वप्न दासगुप्ता से बात की तो उन्होंने कहा कि वह आशावादी व्यक्ति हैं और उन्हें उम्मीद है कि इस बार जीत जाएंगे। स्वपन दासगुप्ता भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। उनके परिवार का शुरुआत से ही राष्ट्रवाद के प्रति झुकाव रहा है और लगभग सारे सदस्य सामाजिक कार्यों में जुड़े रहे हैं।
तारकेश्वर के हालात और जीत की उम्मीद के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मैं बहुत आशावादी हूं। मुझे 2019 में इसका संकेत मिल गया है। हालांकि, यह इतना सरल भी नहीं है।” यहां से 2011 और 2016 में पूर्व आईपीएस अधिकारी रक्षपाल सिंह तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर जीतते रहे हैं लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव के समय यहां मतदाताओं ने भाजपा को बहुमत दी थी। चुनौतियों के बारे में पूछने पर स्वपन ने जवाब दिया, “2016 में, भाजपा को राज्य की सभी सीटों पर कम वोट मिले। इस बार माहौल अलग है।” हिंदी भाषा को देश भर में थोपने के आरोपों के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, “आरोप सही नहीं है। विपक्ष इसे लेकर राजनीति कर रहा है। दूसरा, नई शिक्षा नीति में तीसरी भाषा के लिए भी जगह है।
स्वपन दासगुप्ता ने दार्जिलिंग में सेंट पॉल से एमए और पीएचडी, कलकत्ता में ला मार्टिनियर और लंदन में स्कूल ऑफ ओरिएंटल एंड अफ्रीकन स्टडीज, दिल्ली में न्यूफ़िल्ड कॉलेज, ऑक्सफ़ोर्ड से पोस्टडॉक्टरल जैसी बड़ी डिग्रियां म हासिल की है। उन्होंने भारत के पांच सबसे प्रतिष्ठित मीडिया हाउसों में पत्रकारिता भी की है। 2015 में, उन्होंने साहित्य और शिक्षा में पद्म भूषण प्राप्त किया। कुछ दिनों पहले तक वे राज्य सभा के सदस्य थे। उम्मीदवार के तौर पर उनके नाम की घोषणा के बाद पार्टी के आरामबाग जिले के उपाध्यक्ष गणेश चक्रवर्ती ने तारकेश्वर में भाजपा उम्मीदवार के प्रति असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने प्रत्याशी नहीं बदलने पर निर्दलीय उम्मीदवार को मैदान में उतारने की धमकी दी। दूसरी ओर, तृणमूल के उम्मीदवार रामेंदु सिंहराय ने सात मार्च को अपने अभियान की शुरुआत एक पूजा के साथ की। तारकेश्वर केंद्र के संयुक्त मोर्चे के सीपीएम उम्मीदवार सुरजीत घोष ने बुधवार को अपना नामांकन दाखिल करने से पहले पूरे जोश के साथ चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। और स्वपन ने शुक्रवार को तारकेश्वर मंदिर में पूजा करके अपना नामांकन दाखिल किया। बेशक समय कम है। तारकेश्वर में तीसरे चरण का मतदान आठ अप्रैल को है। उम्मीदवार भी चुनावी समर में कूद पड़े हैं और मतदाता भी वक्त के इंतजार में हैं। अब वक्त बताएगा कि स्वपन का सपना कितना पूरा होता है। वैसे राजनीतिक हलकों में उन्हें भावी मुख्यमंत्री के तौर पर भी देखा जा रहा है।
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