कडप्पा। देश में इस समय सरकारी इमारत (government building) हो या फिर रेल्वे स्टेशन (railway station) इनके नाम बदलने की प्रक्रिया जोरों से चल रही है। यहीं कारण है कि सरकारें अपने यहां अलग अलग स्तर पर संस्थाओं के नाम बदल रहीं हैं।
आपको बता दें कि पिछले साल आंध्र प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने गुंटूर के जिन्ना टावर का नाम बदलने की मांग उठाई थी। भाजपा का कहना था कि इस टावर का नाम पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना के नाम पर रखा गया है जो जिन्ना देश के बटवारे का कारण थे। इसलिए प्रदेश सरकार को टावर का नाम बदलना चाहिए। यही कारण है कि एक बार फिर जिन्ना टावर का नाम बदलने का जिन्न एक बाहर आ गया है।
आंध्र प्रदेश के गुंटूर स्थित ‘जिन्ना टॉवर’ का नाम बदलने की मांग एक बार फिर उठी है। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई का कहना है कि टॉवर का नाम पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर रखा जा सकता है। टावर के नामकरण को लेकर पार्टी ने राज्य के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी पर भी वोट बैंक की राजनीति करने के आरोप लगाए।
बता दें कि कडप्पा के रणभेरी में एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा के आंध्र प्रदेश सह प्रभारी सुनील देवधर ने कहा, ‘गुंटूर में एक टॉवर जिन्ना के नाम पर है। वे अखंड भारत के विभाजन के दौरान लाखों हिंदुओं की हत्या और पाकिस्तान में हिंदुओं के उत्पीड़न के जिम्मेदार हैं।
भाजपा मांग करती है कि गुंटूर में टॉवर से मोहम्मद अली जिन्ना का नाम हटना चाहिए। वहीं देवधर ने राज्य के मुख्यमंत्री को लेकर कहा कि वोट बैंक खोने के डर से टॉवर का नाम नहीं बदलेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। भाजपा मुसलमानों या इस्लाम के नहीं, कट्टरपंथ और तुष्टिकरण की राजनीति के खिलाफ है। टॉवर का नाम बदलकर एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर रखा जा सकता है, लेकिन वे ऐसा नहीं करेंगे, क्योंकि उन्हें वोट नहीं मिलेंगे।
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