बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनावों (karnataka assembly elections) के एलान होते ही सभी राजनीतिक दलों (Political parties) ने तैयारी शुरू कर दी है. डिवीजन, जिलों, जातियों और समुदायों के आधार पर हर सीट पर प्रचार का खाका तैयार हो रहा है. वहीं कांग्रेस और जेडीएस (Congress and JDS) ने अपनी पहली सूची जारी कर दी हैं. उम्मीदवार अपने नाम के घोषणा होने के बाद प्रचार-प्रसार में जुट गए हैं. वहीं पार्टी के बड़े नेताओं के प्रचार के कार्यक्रम बन रहे हैं.
हालांकि इस बार भाजपा (BJP) सभी राजनीतिक दलों से अलग तैयारी कर रही है. राज्य में दूसरी बार सरकार बनाने के लिए भाजपा ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव मॉडल (US presidential election model) को अपनाया है. इसके लिए प्रत्याशियों के चयन को प्राइमरी आयोजित की गई है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक निर्वाचन क्षेत्र स्तर पर एक विस्तृत चयन प्रक्रिया शुरू करते हुए पार्टी ने शुक्रवार को 224 विधानसभा सीटों में से प्रत्येक के लिए तीन संभावित उम्मीदवारों की सूची तैयार करने के लिए चुनाव कराया.
यानी कि विधानसभा चुनाव (assembly elections) में विधायक चुनने से पहले निर्वाचन क्षेत्रों में प्रत्याशी चुनने के लिए वोटिंग (Voting) हुई. हर एक निर्वाचन क्षेत्र में दो वरिष्ठ सदस्यों को मतदान की देखरेख के लिए पर्यवेक्षक के रूप में तैनात किया गया था. हर एक निर्वाचन क्षेत्र में औसतन 150 पार्टी सदस्यों ने मतदान किया. प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र के लिए चुने गए तीन नामों की जिला कोर समितियां शनिवार और रविवार को प्रतिनिधियों की उपस्थिति में जांच करेगी.
जांच के आधार पर संभावितों की लिस्ट तैयार करने के लिए राज्य कोर समिति की अगले सप्ताह की शुरुआत में बैठक होने की उम्मीद है. भाजपा सदस्यों ने कहा कि यह लिस्ट बीजेपी केंद्रीय संसदीय बोर्ड को भेजी जाएगी. भाजपा के राज्य उपाध्यक्ष निर्मल कुमार सुराणा ने कहा कि अमेरिका में प्राइमरी की तरह, यहां मतदाता प्रत्येक सीट पर पार्टी कार्यकर्ताओं को जमीनी स्तर पर एक राय दी जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि उम्मीदवारों पर हितधारकों के बीच आम सहमित हो. बता दें कि कांग्रेस ने 2014 के संसदीय चुनावों में इसी तरह के मॉडल के साथ प्रयोग किया था.
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