भोपाल। कोरोना संक्रमण (corona infection) की संभावित तीसरी लहर के बीच मध्य प्रदेश में बर्ड फ्लू (bird flu) ने भी दस्तक दे दी है। गत दिनों राज्य के आगरमालवा जिले में 33 कौए मृत माए गए थे, जिनके सैम्पल जांच के लिए भोपाल लैब भेजे गए थे। मृत कौओं की जांच में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। इसके बाद राज्य सरकार ने सतर्कता बरतने के निर्देश दिये हैं।
पशुपालन एवं डेयरी विभाग मंत्री प्रेमसिंह पटेल ने बुधवार को विभागीय अधिकारियों को बर्डफ्लू की रोकथाम के लिये सभी तैयारियां चाक-चौबंद रखने और कहीं से भी पक्षियों की मृत्यु की सूचना प्राप्त होने पर तुरंत कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती जिलों के विभागीय अधिकारी विशेष सतर्कता बरतें। उन्होंने कहा कि केन्द्र शासन की एव्हियन इन्फ्लूएंजा एक्शन प्लान 2021 की वेबसाइट www.dahd.nic.in पर उपलब्ध गाइडलाइन के अनुसार कार्यवाही करें।
मंत्री पटेल ने बताया कि आकस्मिकता से निपटने के लिये प्रदेश के सभी जिलों में कलेक्टर्स की अध्यक्षता में पशुपालन, वन, स्वास्थ्य और अन्य समन्वयक विभागों के साथ तैयारी और रोकथाम से संबंधित बैठकें की जा रही हैं। जिलों में आरआरटी दलों का गठन कर पीपीई किटस्, उपकरण, डिसइन्फेक्टेन्ट्स, और दवाइयों आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। पोल्ट्री फार्म, चिड़ियाघर, अभयारण्य, कुक्कुट बाजार और हाट बाजार आदि में पशुपालन विभाग के अधिकारी बायोसिक्योरिटी मापदंडों का पालन सुनिश्चित कर रहे हैं।
मंत्री पटेल ने कहा कि कुक्कुट पालक माँस और मुर्गी आदि का व्यवसाय करने वाले व्यवसायी पूर्ण सतर्कता बरतें। फिलहाल एक कौवे में बर्डफ्लू की पुष्टि के अलावा प्रदेश में दूसरा प्रकरण सामने नहीं आया है। पशुपालन विभाग द्वारा बर्ड फ्लू को नियंत्रण में रखने की हरसंभव कोशिश की जा रही है।
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