मुंबई। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री (Hindi Film Industry) में एक समय ऐसा भी आया था जब एक्ट्रेसेस की आवाज को डब किया जाता था। डब का मतलब, फिल्मों में उनकी असली आवाज का इस्तेमाल नहीं किया जाता था, बल्कि वॉयस ओवर आर्टिस्ट से उनके डायलॉग्स बुलवाए जाते थे। आपको ये बात जानकर हैरानी होगी कि रानी मुखर्जी, बिपाशा बसु, अमीषा पटेल, (Rani Mukherjee, Bipasha Basu, Ameesha Patel) कटरीना कैफ, दीपिका पादुकोण और नरगिस फाखरी तक की आवाज को डब किया जा चुका है और ये डबिंग वॉयस ओवर आर्टिस्ट मोना घोष ने की थी। मोना घोष ने हाल ही में दिए इंटरव्यू में अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने बताया कि उन्हें एक्ट्रेसेस से धमकियां मिलती थीं।
इस एक्ट्रेस ने दी थी जान से मारने की धमकी
मोना घोष ने ‘द मोटर माउथ’ को दिए इंटरव्यू में बताया कि बिपाशा बसु ने एक बार उनसे कहा था, “अगर तुमने एक बार फिर मेरी आवाज को डब किया न तो मैं तुम्हें मार डालूंगी।” बता दें, मोना ने ‘राज’ और ‘जिस्म’ जैसी फिल्मों में बिपाशा की आवाज को डब किया था। माेना बोलीं, “उन्हें इस बात का एहसास ही नहीं था कि ये फैसला मेरा नहीं होता है। मैं खुद किसी के पास जाकर ये नहीं कहती हूं कि ‘क्या मैं बिपाशा के लिए डब कर सकती हूं ?’ मेकर्स मेरे पास आते हैं और ये मेरा पेशा है तो मैं उन्हें मना क्यों करूंगी?”
बता दें, रानी की आवाज बहुत अलग है। ऐसे में आमिर खान और डायरेक्टर विक्रम भट्ट ने ‘गुलाम’ में रानी की आवाज के साथ रिस्क न लेने का फैसला लिया था और उनकी आवाज को डब करवाया था। हालांकि, जब करण जौहर ने अपनी फिल्म ‘कुछ कुछ होता है’ के लिए रानी को साइन किया था तब उन्होंने उनकी आवाज को मौका दिया था। लोगों को ‘कुछ कुछ होता है’ में रानी की आवाज इतनी पसंद आई थी कि उसके बाद उनकी आवाज डब होनी बंद हो गई थी।
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