नई दिल्ली: उन्होंने सरकार पर समुदायों को विभाजित करने का आरोप लगाया. विरोध कर रहे कांग्रेस विधायक (Congress MLA) रघुवीर सिंह कादियान ने विधेयक की एक प्रति फाड़ दी. इस घटना के बाद उन्हें शेष बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया. विधानसभा में जैसे ही हरियाणा (Haryana) के गृह मंत्री अनिल विज ने धर्म परिवर्तन रोकथाम विधेयक, 2022 पेश किया, कांग्रेस विधायक कादियान ने इस पर आपत्तियां उठानी शुरू कर दी.
द इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक बीबी बत्रा, गीता भुक्कल समेत अन्य कांग्रेस विधायकों ने इस विधेयक को बीजेपी (BJP) सरकार द्वारा हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश करार दिया. विपक्षी दलों के विरोध के बीच ट्रेजरी बेंच ने कहा कि बिल में किसी विशेष धर्म का जिक्र नहीं है. इस मामले पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर (CM Khattar) ने कहा कि यह विधेयक किसी भी धर्म के साथ भेदभाव नहीं करता है. उन्होंने साफ किया कि ये विधेयक जबरन धर्मांतरण से संबंधित है. विपक्षी दलों के विधायकों की तरफ इशारा करते हुए सीएम खट्टर ने कहा कि यहां बैठे सभी लोग अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तित करवा सकते हैं.
कांग्रेस विधायक ने फाड़ी विधेयक की कॉपी
इस बीच कांग्रेस विधायक रघुवीर सिंह कादियान ने विधेयक की एक प्रति फाड़ दी. विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए कांग्रेस विधायक से सदन से माफी मांगने या फिर कार्रवाई का सामना करने को कहा. हालांकि कांग्रेस विधायक अपनी जिद पर अड़े रहे. विधायक ने कहा कि उन्होंने सिर्फ एक कागज का टुकड़ा फाड़ा है, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विधेयक सदन के पटल पर पेश होने के बाद संवैधानिक रूप से कानूनी दस्तावेज बन जाता है.
विधानसभा अध्यक्ष की चेतावनी देने के बाद भी कांग्रेस विधायक कादियान ने सदन से माफी मांगने से इनकार कर दिया. इस मामले में दूसरे कांग्रेस विधायकों ने भी कादियान का समर्थन किया. कांग्रेस विधायकों ने विधेयक को असंवैधानिक करार देते हुए अपना विरोध जारी रखा. जिसके बाद अध्यक्ष ने रधुवीर कादियान से सदन छोड़ने के लिए कहा. हालांकि उन्होंने नारेबाजी जारी रखी.
‘सिर्फ कागज का एक साधारण टुकड़ा फाड़ा’
कांग्रेस विधायक रघुवीर कादियान ने कहा कि वह अध्यक्ष की भावनाओं का सम्मान करते हैं, लेकिन उन्हें अपने किए के लिए कोई खेद नहीं है. विधायक ने कहा कि उन्होंने सिर्फ कागज का एक साधारण टुकड़ा फाड़ा है. उन्होंने ये भी कहा कि पहले वह तीन कृषि कानूनों की प्रतियां भी फाड़ चुके हैं. इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन में कागजात फाड़ने की उनकी आदत को स्वीकार नहीं किया जाएगा.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि बिल कांग्रेस विधायक के लिए एक कागज का टुकड़ा हो सकता है, लेकिन सदन के लिए नहीं. उन्होंने साफ किया कि सदन की मर्यादा बनाए रखना उनका कर्तव्य है. बता दें कि सदन में कांग्रेस विधायक की अनिल विज के साथ भी तीखी नोंकझोंक हुई. खबर के मुताबिक कादियान ने अनिल विज पर कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी भी की. जिसके बाद ट्रेजरी बेंच ने कादियान को निष्काषित करने की मांग उठाई थी.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved