पटना । बिहार (Bihar) की सियासी पिच पर शानदार बल्लेबाजी कर रहे राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) इन दिनों अपनी जीवन संगिनी को लेकर चर्चा में हैं. शनिवार को अचानक आरजेडी (RJD) के पटना स्थित कार्यालय में हलचल मच गई. पता चला कि शादी के बाद पहली बार तेजस्वी यादव अपनी पत्नी राजश्री यादव (Rajshree Yadav) के साथ पार्टी कार्यालय आने वाले हैं. इसके बाद से लालू प्रसाद यादव की छोटी बहू को लेकर बिहार की सियासत में कयासों का बाजार गर्म होने लगा है. हालांकि इस पर तुरंत विराम भी लग गया, क्योंकि तेजस्वी यादव अकेले ही पार्टी ऑफिस आए और कार्यकर्ताओं से मिले.
राजश्री के राजनीति में प्रवेश के संकेत
आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने तेजस्वी को पत्नी सहित पार्टी कार्यालय में आमंत्रित किया था. खबर जंगल में आग की तरह फैली और तुरंत कार्यकर्ताओं की भीड़ नई नवेली दुल्हन और तेजस्वी के स्वागत में जुट गई. लेकिन तेजस्वी यादव ने स्थिति को भांप लिया और वो बगैर पत्नी के अकेले ही पार्टी ऑफिस में आए. तेजस्वी यादव को लगा कि अगर वो अपनी पत्नी को लेकर पार्टी ऑफिस में आते तो तुरंत ही राजश्री के राजनीति में प्रवेश के संकेत की बात उठने लगती, फिलहाल तेजस्वी यादव इस तरह की अटकलों को हवा देने के पक्षधर नही हैं. यही कारण है कि ऐन वक्त पर उन्होंने इरादा बदल दिया. तेजस्वी अपनी पत्नी को पार्टी का कार्यालय जरूर दिखाना चाहेंगे लेकिन सही समय पर.
‘बहुत आगे ले जाएंगी राजश्री की खूबियां’
हालांकि रेचल उर्फ राजश्री यादव राजनैतिक परिवेश से बिल्कुल अनजान हैं और इतने लोगों से मिलने जुलने की आदी भी नहीं हैं लेकिन एक राजनेता की पत्नी के तौर पर राजश्री इसका अच्छे से निर्वाहन जरूर कर रही है. माना जा रहा है कि राजनैतिक परिवार में शादी हु्ई है तो देर सवेर तो राजनीति में आना ही है. आरजेडी के कार्यकर्ता भी इससे उत्साहित हैं. तो दूसरी तरफ पार्टी के वरिष्ठ नेता राजश्री की जमकर तरीफ भी कर रहे हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी राजश्री के बिहार की सियासत में उतरने की बात पर खुश होकर कहते हैं- राजश्री में बड़ों के सम्मान करने का गुण है. लोगों से मिलने-जुलने का तरीका बिल्कुल अलग है. सबको सम्मान देना और लोगों से विनम्रता के साथ मिलना उनकी खासियत है. ये बातें, उन्हें बहुत आगे ले जाएंगी.
‘अब तेजस्वी का जीवन व्यवस्थित होगा’
शादी के बाद तेजस्वी और रेचल उर्फ राजश्री लगातार लोगों से मिल रहे हैं. पत्रकारों से राजनेताओं से और कार्यकर्ताओं से दोनों का मिलना जारी है. शादी के बाद से राजश्री से मिलने पूरे बिहार से कार्यकर्ता और नेता आ रहे हैं. शिवानंद तिवारी रेचल के राजनीति में आने की बात पर कहते हैं कि- तेजस्वी की पत्नी ने लालू परिवार के घर का पूरा वातावरण चेंज कर दिया है. सबसे परिचय करना. सबसे मिलना बहुत सकारात्मक है. रेचल के आने से तेजस्वी का जीवन व्यवस्थित होगा. रेचल का समाज के प्रति दृष्टिकोण बिल्कुल अलग है. शिवानंद ने कहा- सियासत सेवा का एक रूप है. अभी तक जो रेचल में जो दिखाई दे रहा है, वो सकारात्मक है.
‘आरजेडी तो लालूवाद का शिकार’
वहीं दूसरी ओर लालू परिवार की छोटी बहू के सियासत में आने की चर्चा पर विपक्षी दल जदयू के नेता कुछ और सोच रहे हैं. जदयू नेता और प्रवक्ता नीरज कुमार का कहना है कि आरजेडी लालूवाद का शिकार है और आरजेडी लालू की प्राइवेट लिमिटेड पार्टी है. जिसमें सबसे पहले परिवार है, इसलिए रेचल का राजनीति में आना तय है. जब तक आरजेडी की राजनीति रहेगी, तब तक उसमें सबसे पहले परिवार आएगा. बीजेपी नेता प्रेमरंजन पटेल ने भी मीडिया से बातचीत में कहा है कि अगर रेचल राजनीति में आती हैं, तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है. इधर,आरजेडी में उत्सव का माहौल है कार्यकर्ता शनिवार को पार्टी दफ्तर तेजस्वी की पत्नी को देखने और मिलने पहुंचे थे. उनका कहना है कि राजश्री अगर राजनीति में आना चाहे तो उनका पार्टी में स्वागत है.
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