समस्तीपुर (Samastipur) । रील्स (Reels) बनाकर बिना मेहनत के फेमस हो जाने की टेंडेंसी लोगों में काफी बढ़ती जा रही है। खासकर युवा पीढ़ी (Young Generation) में इसकी गिरफ्त में हैं। कई बार जान भी चली जाती है। बिहार (Bihar) के समस्तीपुर (Samastipur) फिर एक बार रील्स बनाने में हादसा हुआ जिसमें तीन की जान चली गई। शहर के धर्मपुर पासवान चौक के पास रविवार शाम करीब पांच बजे बूढ़ी गंडक नदी में रील्स बनाने के दौरान तीन किशोर बह गए गोताखोर और एसडीआरएफ की मदद से न्यू धरमपुर कॉलोनी के मो. जाहिद के पुत्र लकी का शव बरामद किया गया है। दो अन्य फैजान व समीर की तलाश की जा रही है।
तीनों की उम्र 15 से 17 वर्ष के बीच बतायी जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया। नदी किनारे सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई है। सभी किशोर न्यू धरमपुर कॉलोनी के रहनेवाले हैं। पुलिस घटनास्थल पर कैंप कर रही है। लोगों ने बताया कि नदी में पानी बढ़ा हुआ है। रविवार शाम को छह किशोर पानी में उतरकर रील्स बना रहे थे। इस दौरान एक का पैर फिसल गया और उसे बचाने में दो अन्य किशोर भी गहरे पानी में समा गये। बाकी तीन किशोरों के शोर मचाने पर सैकड़ों लोग नदी किनारे पहुंच गये। आनन-फानन में गोताखोरों के साथ एसडीआरएफ की टीम को तलाशी में लगाया गया। एसडीआरएफ की टीम ने एक किशोर का शव बरामद किया है। नदी किनारे परिजनों के चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया है।
इस मामले में नगर थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई है। रील्स बनाने के दौरान तीन किशोरों के डूबने की बात कही गयी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। लकी नाम के किशोर का शव मिला है। लापता दो किशोरों की तलाश के लिए गोताखोर व एसडीआरएफ की टीम की मदद ली जा रही है।
रील्स बनाने में जान जाने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले रील्स बनाने में ट्रेन से गिरकर कई लोगों की मौत हो चुकी है। इन घटनाओं के बावजूद लोग रील्स बनाने के लिए खतरनाक स्टंट करने से बाज नहीं आते।
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