बक्सर। बिहार के लोग एक नये विकल्प की तलाश में है |आगामी बिहार विधानसभा चुनाव एक बड़े परिवर्तन का गवाह बनेगा |उक्त बाते पूर्व केन्द्रीय मंत्री सह यूनाइटेड डेमोक्रेटिक एलाइंस के संस्थापक यशवंत सिन्हा ने बुधवार को स्थानीय परिसदन में एक पत्रकार वार्ता के दौरान कही |बदलो बिहार के बैनर तले जनसंवाद कार्यक्रम को लेकर यूडीए के नेता पूर्व सांसद अरुण कुमार ,पूर्व संसद रेणु कुशवाहा पूर्व सांसद नागमणि पूर्व सांसद देवेन्द्र यादव समेत कई पूर्व विधायक एक दिवसीय दौरे पर आज बक्सर पहुचे |
प्रेस संबोधन के दौरान यशवंत सिन्हा ने कहा कि वर्तमान बिहार सरकार जनता के प्रति अपनी जबाबदेही में विफल साबित हुई है |इस बार का विधान सभा चुनाव एक बड़े परिवर्तन का वाहक बनेगा जिसकी कड़ी यूनाईटेड डेमोक्रेटिक एलाइंस होगी |उन्होंने कहा कि बार बार हम लोगो के द्वारा चुनाव आयोग से कहा गया कि अभी बिहार की परिस्थिति चुनाव योग्य नही है |बावजूद केंद्र सरकार के इशारों पर काम कर रहा चुनाव आयोग बिहार विधानसभा चुनाव कराने पर आमादा है |इस तरह देश के प्रजातंत्र के मूल अवधारणा को ध्वस्त करते हुए तानाशाही माहौल काबिज करने का प्रयास केंद्र सरकार द्वारा किया जा रहा है |
सिन्हा ने कहा कि कोरोना को लेकर आज बिहार में बदहाली का आलम है |कोरोना पीडितो की संख्या तेजी से बढ़ रही है लोग मर रहे है |बिहार का स्वास्थ्य ढाचा ध्वस्त हो चुका है |बजाए इस तरफ ध्यान देने के जदयू और भाजपा के लोग लोगो की चिताओं पर राजनितिक रोटिया सकने के लिए चुनाव पर ध्यान केन्द्रित कर रहे है |
पूर्व संसद अरुण कुमार पूर्व सांसद रेणु कुशवाहा पूर्व संसद नागमणि और देवेन्द्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री की यह फितरत रही है कि अपने स्वार्थ के लिए वे किसी से हाथ मिला सकते है और हद से जादा गिर भी सकते है |राज्य की सरकार सिर्फ और सिर्फ घोषणा भर कर सकती है ,पर उसको अमल में लाना सरकार के बूते की बाहर की बात होती है | दरअसल चुनाव तय समय पर होने को लेकर इन दिनों यूपीए के नेता कुछ पाने की तलाश में बिहार का तूफानी दौरा कर रहे है |क्योकि इन नेताओं के पास खोने के लिए कुछ है ही नही | (एजेंसी, हि.स.)
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