मधुबनी । बिहार (Bihar) के मधुबनी (Madhubani) में एक कलियुगी बेटे (Son) ने चंद लालच के आवेश में आकर अपनी बुजुर्ग मां की बेरहमी से हत्या कर दी। उसने पिता को भी काटने की कोशिश की लेकिन उन्होंने भागकर अपनी जान बचा ली। मामला हरलाखी थाना क्षेत्र (Harlakhi Police Station Area) के गोपालपुर गांव का है। सनकी बेटे ने पैसे के लिए अपनी बुजुर्ग मां की कुदाल से काटकर हत्या कर दी। घटना रविवार अहले सुबह की है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। घटना से गांव में कोहराम मचा हुआ है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। गांव में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है।
मृतका की पहचान जिबछी देवी (65), गोपाल पुर के वार्ड 13 निवासी हिताय यादव की पत्नी के रूप में हुई है।। मां की हत्या करने के बाद आरोपी युवक लालबाबू यादव (35) खुद थाना जाकर पुलिस को बताया कि उसने अपनी मां की हत्या कर दी है। उसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। थानाध्यक्ष जितेंद्र सहनी ने दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर कांड की जांच की। बेनीपट्टी एसडीपीओ निशिकांत भारती ने भी पहुंचकर लोगों से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि अभी जांच चल रही है। एसएफएल टीम की मदद ली जा रही है।
आरोपी मानसिक रूप से कमजोर
ग्रामीणों ने बताया कि आरोपी युवक मानसिक रूप से कमजोर है। वह समस्तीपुर से डीएलएड कोर्स की तैयारी कर रहा है। पढ़ाई के दौरान वह बार-बार मां-बाप से पैसे की मांग कर रहा था। मां की हत्या से पूर्व आरोपी ने पिता पर भी हमला कर दिया था लेकिन पिता, ने भागकर अपनी जान बचायी। गंगौर पंचायत के मुखिया शिवचंद्र मिश्रा ने बताया कि मृतका के परिवार की स्थिति काफी दयनीय है। उसके माता पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है।
इस मामले में बेनी बट्टी के एसडीपीओ निशिकांत भारती ने बताया कि आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है। कांड की गंभीरता से जांच चल रही है। एफएसएल टीम ने भी घटनास्थल की जांच की है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है। युवक को कड़ी सुरक्षा और निगरानी में रखा गया है ताकि वह कोई और गतिविधि न कर बैठे। एसडीपीओ ने कहा कि गांव वालों से भी पूछताछ कर मामले में जानकारी जुटाई जा रही है।
समस्तीपुर में कोचिंग मे पढ़ाता था आरोपी युवक
हरलाखी थाना क्षेत्र के गोपालपुर गांव निवासी लालबाबू यादव वह समस्तीपुर में कोचिंग भी चलाता था। वह सीटीईटी पास भी था और डीएलएड में फाइनल के बाद अपने मां-बाप से रुपए की मांग कर रहा था। मां वृद्ध हो चुकी थी। ठीक से चल नहीं पाती थी। कमर भी झुक गया था। वहीं पिता भी लाचार था। किसी तरह खेती करके जीवन गुजार रहे थे। बेरोजगारी और आर्थिक तंगी से जूझ रहे सनकी युवक अपनी पढ़ाई के लिए कोचिंग में पढ़ाकर काम चलाता था।
गांव के लोग बताते हैं कि वह 10 दिन पूर्व ही समस्तीपुर से आया था। पहले तो ठीक था। लेकिन जैसे जैसे उसे पैसे की जरूरत बढ़ती जा रही थी वैसे वैसे वह मानसिक रूप से पीड़ित हो रहा था। उसके पिता हिताय यादव अपने पुत्र की व्यथा सुनाते हुए बताते हैं कि घटना के दिन से पहले वह लगातार अपने मां-बाप से पैसे देने की जिद करता था। घर में पैसे नहीं थे तो खेत बेचने को कह रहा था।
गांव में 25 साल पहले ऐसी ही घटना हुई थी
इलाके के लोग बताते हैं कि दुर्गापट्टी गांव में 25 साल पहले ऐसी ही घटना हुई थी। उसकी याद ताजा हो गई। इसी तरह दुर्गापट्टी गांव में रंजीत नाम के सनकी युवक ने अपने माता पिता को पैसे के लिए कुदाल से काट दिया था और घटना को अलग मोड़ देने के लिए खुद की जुबान भी काट ली थी। लेकिन वह पकड़ा गया और जेल में अपनी सजा भी काटी।
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