नई दिल्ली (New Delhi) । बिहार (Bihar) के सीतामढ़ी से जेडीयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर (JDU MP Devesh Chandra Thakur) ने अपनी पार्टी और सहयोगी दल बीजेपी (BJP) पर निशाना साधा है. साथ ही आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की तारीफ भी की है. उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि लोकसभा चुनाव में हमें हराने के लिए सभी पार्टियों ने जोर लगा दिया था. आरजेडी तो प्रतिद्वंदी थी. लेकिन हमें पता ही नहीं चला कि जेडीयू और बीजेपी हमारे आगे थी या पीछे. सांसद यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि इस चुनाव में मुझे जीत बीजेपी या जेडीयू की वजह से नहीं बल्कि अपने 20 साल से किए गए व्यक्तिगत काम और व्यक्तिगत रिश्ते के कारण मिली है. उन्होंने कहा कि मुझे हराने के लिए सभी पार्टियों ने षड्यंत्र रचा.आप लोग इशारे को समझिए. एनडीए सांसद के इस बयान के बाद बिहार की सियासत गर्मा गई है.
लालू प्रसाद यादव की तारीफ की
इस दौरान देवेश चंद्र ठाकुर ने लालू प्रसाद यादव को जुबान का पक्का नेता बताया. उन्होंने कहा कि 2002 में जब पहली दफा विधान परिषद का चुनाव लड़ रहा था तब लालू यादव से मदद मांगने गया था. उन्होंने मेरी मदद की थी. सांसद ने कहा कि मेरे लालू यादव से व्यक्तिगत रिश्ते काफी अच्छे हैं. लालू यादव जैसा सच बात बोलने वाला व्यक्ति आपको पूरे बिहार में नहीं मिलेगा.
आरजेडी नेता ने जेडीयू-बीजेपी को घेरा
जेडीयू सांसद के इस बयान के बाद अब प्रतिक्रियाओं का दौर भी शुरू हो गया है. आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने सांसद के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ठाकुर ने स्पष्ट कर दिया है कि नीतीश और मोदी के चेहरे पर जनता ने वोट नहीं दिया है. लालू प्रसाद जनता के दिलों पर राज करते हैं .वहीं, बिहार सरकार के मंत्री नीरज सिंह बबलू ने कहा कि जेडीयू सांसद की बातें बेतुकी हैं. उनके चुनाव में मैं भी गया था. मुझे मेरी पार्टी बीजेपी ने भेजा था. मैंने दो दिन रह कर वहां काम किया था. बीजेपी नेता ने कहा कि उनका किसी अन्य पार्टी से व्यक्तिगत संबंध है, वह अलग चीज है. व्यक्तिगत संबंध का भी फायदा लोगों को मिलता है. लेकिन जिस पार्टी से टिकट लिया है उसको इग्नोर नहीं किया जा सकता.
कौन हैं देवेश चंद्र ठाकुर
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 के बाद से देवेश चंद्र ठाकुर लगातार सुर्खियों में हैं. इससे पहले वेश चंद्र ठाकुर ने कहा था कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र से यादवों और मुसलमानों का अपने घर पर स्वागत करेंगे, लेकिन उनकी कोई मदद नहीं करेंगे.क्योंकि उन्होंने उनको वोट नहीं दिया. उन्होंने कहा था कि हमारे घर पर उनका स्वागत है आएं चाय पिएं, मिठाई खाएं, लेकिन मैं कोई काम नहीं करूंगा.
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