पटना । बिहार में (In Bihar) राजद के नेता (RJD Leader) और पूर्व सांसद (Former MP) शिवानंद तिवारी (Shivanand Tiwari) ने कहा कि बिहार सरकार (Bihar Government) को सीबीआई के बिहार में प्रवेश (CBI’s Entry into Bihar) की अपनी सहमति वापस ले (Withdraw its Consent) । उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार सीबीआई का जिस प्रकार दुरूपयोग कर रही है उससे बाध्य होकर राज्य सरकारों को यह कदम उठाना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि अब तक नौ राज्यों ने अपनी सहमति वापस ले ली है। 2015 में मिजोरम की सरकार पहली सरकार थी जिसने अपने राज्य में सीबीआई की जांच की सहमति वापस ली। उसके बाद से प्रत्येक मामले की जांच के लिए सीबीआई को राज्य सरकार से अलग अलग सहमति लेनी होगी। इधर, इस संबंध में जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कौन क्या बोल रहा है, मुझे पता नहीं।
भाजपा ने इसे लेकर मोर्चा खोल दिया है। विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि संवैधानिक एजेंसियों को कोई नहीं रोक सकता। भाजपा के नेता ने कहा कि बिहार में भ्रष्टाचारियों को इतनी बेचनी क्यों है। सिन्हा ने कहा महागठबंधन के नेता संवैधानिक संस्थाओं को अपमानित करने में जुटे हैं।
इस बीच,पंचायती राज मंत्री मुरारी प्रसाद ने कहा कि भाजपा सीबीआई और इनकम टैक्स के द्वारा कभी भी किसी पर भी छापमारी करा रही है जो राजनीति से प्रेरित है। जब उनसे पूछा गया कि क्या बिहार में सीबीआई की एंट्री बंद की जा रही है तो पंचायती राज मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के अधीन सीबीआई है। बिहार में केंद्र सरकार सीबीआई, ईडी और इनकम टैक्स छापेमारी करवा सकती है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved