डेस्क: होली के त्योहार की वजह से शुक्रवार को करेंसी मार्केट बंद थी. उसके बाद शनिवार और रविवार को बाजार बंद रहा. करेंसी मार्केट तीन दिनों के बाद खुला और रुपए ने आते ही धमाका कर दिया. रुपए में डॉलर के मुकाबले में 25 पैसे की जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है. उसका फेड पॉलिसी की नरमी और आरबीआई की ओर से ब्याज दरों में कटौती की वजह से रुपए में तेजी का माहौल बना हुआ. जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में रुपए में और भी तेजी देखने को मिल सकती है.
गुरुवार को 17 पैसे की तेजी अब 25 पैसे की बढ़त यानी गुरुवार से अब तक रुपया 42 पैसे की बढ़त ले चुका है. इस तेजी की वजह से डॉलर के मुकाबले में रुपया एक बार फिर से 87 के लेवल से नीचे आ गया है. जोकि डॉलर के लिए काफी बुरे संकेत है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर डॉलर के मुकाबले में रुपए में किस तरह के आंकड़े देखने को मिल रहे हैं.
सोमवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 25 पैसे बढ़कर 86.80 पर पहुंच गया, क्योंकि घरेलू शेयर बाजार में तेजी के साथ शुरुआत हुई और एशियाई मुद्राओं में मजबूती का रुख जारी रहा. विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि रुपया निकट भविष्य में अपनी बढ़त जारी रख सकता है, क्योंकि फेड की नरम नीति की उम्मीद ने डॉलर पर दबाव डाला है, जिससे रुपये की रिकवरी में और मदद मिली है.
हालांकि, ग्लोबल रिस्क सेंटीमेंट और तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव रुपए की अगली चाल को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. इंटरबैंक फॉरेन करेंसी एक्सचेंज मार्केट में रुपया डॉलर के मुकाबले 86.90 पर खुला, फिर कुछ बढ़त के साथ 86.80 पर पहुंच गया, जो पिछले बंद भाव से 25 पैसे अधिक है. गुरुवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 17 पैसे बढ़कर 87.05 पर बंद हुआ. होली के त्यौहार के अवसर पर शुक्रवार को विदेशी मुद्रा और शेयर बाजार बंद रहे.
सीआर फॉरेक्स एडवाइजर्स के एमडी ने कहा कि यूएसडी/आईएनआर जोड़ी के निकट से मध्यम अवधि में 86.80-87.40 की सीमा के भीतर कारोबार करने की उम्मीद है. इस बैंड से आगे निकलने पर उसी दिशा में 30-50 पैसे की अतिरिक्त चाल चल सकती है, जिससे बाजार सहभागियों को संभावित अस्थिरता के लिए हाई अलर्ट पर रहना होगा. बाजार सहभागियों की आरबीआई के रुख पर भी कड़ी नजर रहेगी, क्योंकि संभावित हस्तक्षेप से रुपये की चाल प्रभावित हो सकती है.
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