नई दिल्ली: दिल्ली सरकार (Delhi Government) के आबकारी नीति मामले (excise policy matters) में बड़ी खबर सामने आई है. भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) एमएलसी के कविता आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले (money laundering cases) में सरकारी गवाह बन सकती हैं. हालांकि के कविता के सरकारी गवाह बनने से सीएम केजरीवाल (CM Kejriwal) की मुश्किलें बढ़ सकती है. उन्होंने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) के कम से कम 15 लोग भी इस मामले में सरकार के गवाह के रूप में गवाही दे सकते हैं. इस मामले के चलते सीएम केजरीवाल को ईडी ने 9 बार समन भेजना, जिस के बाद ईडी ने गुरुवार देर रात केजरीवाल को गिरफ्तार किया.
ईडी ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में साल 15 मार्च को तेलंगाना विधान परिषद की एमएलसी के कविता को गिरफ्तार किया था.के कविता तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर की बेटी हैं. ईडी ने दावा किया है कि जांच में सामने आया कि के कविता ने बाकी लोगों के साथ मिलकर दिल्ली शराब नीति को बनाने और इसे लागू करने में फायदें हासिल करने के लिए अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया सहित AAP के टॉप नेताओं के साथ साजिश रची. के. कविथा के जरिये ही साउथ लॉबी ने 100 करोड़ रुपये की रिश्वत देकर दिल्ली आबकारी नीति में एंट्री की थी.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गुरुवार को देर रात गिरफ्तारी हुई. लगातार 9 बार समन भेजा गया. लेकिन सीएम केजरीवाल एक भी समन पर पेश नहीं हुए. जिस के बाद ईडी गुरुवार को देर रात 10 वां समन लेकर केजरीवाल के घर पहुंची जहां उन से 2 घंटे पूछताछ हुई. जिस के बाद देर रात उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इस मामले मामले में आप नेता मनीष सिसौदिया और संजय सिंह पहले से ही न्यायिक हिरासत में हैं. हालांकि केजरीवाल ने ईडी के उनको गिरफ्तार करने के बाद सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस को उन्होनें शुक्रवार को वापस ले लिया.
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