मोगादिशु । सोमालिया (Somalia) की राजधानी मोगादिशु (mogadishu) में मुंबई जैसे हमले (attack) को अंजाम दिया गया है जहां आतंकी समूह अल-शबाब (terrorist group al-shabaab) के बंदूकधारियों ने होटल हयात (Hotel Hyatt) पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई हैं। इस हमले में आठ लोगों की मौत हो गई है और 20 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। सुरक्षा सूत्रों और प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि अल-शबाब के लड़ाकों ने शुक्रवार को सोमालिया की राजधानी मोगादिशु के हयात होटल पर गोलियों की बौछार कर दी जिसमें आठ लोगों की जान जा चुकी है। बताया जा रहा है कि आतंकवादियों ने होटल हयात पर कब्जा कर लिया है।
खुफिया प्रमुख समेत दो सुरक्षा अधिकारी घायल
एक मीडिया ब्रीफिंग में, सोमाली पुलिस के प्रवक्ता अब्दीफतह अदन हसन ने कहा कि एक आत्मघाती हमलावर शुरू में होटल में घुसा और फायरिंग शुरू कर दी, जिसके परिणामस्वरूप सुरक्षा बलों और जिहादी समूह के बंदूकधारियों के बीच भीषण गोलीबारी हुई। इस घटना में आठ लोगों की मौत हो गई। उन्होंने पुष्टि की कि कुछ बंदूकधारी अभी भी होटल में हैं। इसके अलावा, उन्होंने सुनिश्चित किया कि सुरक्षा अधिकारी स्थिति से निपट रहे थे और कहा कि आतंकवादियों को जल्द ही समाप्त कर दिया जाएगा।
क्या है सोमालिया में ‘खौफ’ का दूसरा नाम बन चुका है अल-शबाब?
दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में आतंकवादी संगठन अल-कायदा के जो धड़े हैं, अल-शबाब उन्हीं में से एक है। मुख्य तौर पर सोमालिया स्थित इस संगठन का पूरा नाम हरकत अल-शबाब अल मुजाहिदीन है और केन्या से लगती देश की दक्षिणी सीमा पर इसका जबर्दस्त वर्चस्व है। अल-शबाब का एकमात्र मकसद सोमालिया सरकार को जड़ से उखाड़ना है। अल-शबाब सऊदी अरब के वहाबी इस्लाम को मानता है, जो कि इस्लाम का सबसे कट्टर स्वरूप है।
सोमालिया सरकार के खिलाफ लंबे समय से जंग लड़ रहे इस आतंकी संगठन का ये कोई पहला हमला नहीं है। अल शबाब ने मोगादिशू शहर में इससे पहले भी कई भयानक विस्फोटों को अंजाम दिया है। आतंकी संगठन अल-शबाब की स्थापना 2006 में हुई थी। उस समय मोगादिशू शहर यूनियन ऑफ इस्लामिक कोर्ट्स के कब्जे में था, जो कि शरिया अदालतों का एक संगठन था। इसका मुखिया शरीफ शेख अहमद था। 2006 में इथियोपिया की सेना ने इस संगठन को हरा दिया और अल-शबाब का जन्म हुआ।अल-शबाब यूनियन ऑफ इस्लामिक कोर्ट्स की ही एक कट्टरपंथी शाखा है।
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