अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद एयरपोर्ट (Ahmedabad Airport, Gujarat) से पकड़े गए ISIS के 4 आतंकियों के मामले बड़ा खुलासा हुआ है। एटीएस (एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड) की जांच में सामने आया है कि 4 आतंकियों में 2 लगातार श्रीलंका से भारत आ रहे थे। दो आतंकियों ने करीब 35 से ज्यादा बार भारत की यात्रा की है। इन आतंकियों ने श्रीलंका छोड़ने से पहले भारत में टारगेट को हिट करने की कसम खाई थी और इसका वीडियो भी बनाया था।
बता दें कि एटीएस को आतंकियों के पास से यह वीडियो मिला है। जांच में खुलासा हुआ है कि इन सभी आंतकियों को फिदायीन हमले के लिए प्रशिक्षित किया गया था। फरवरी में इनकी ट्रेनिंग शुरू हुई थी। गुजरात एटीएस की जांच में तमिलनाडु एटीएस के साथ श्रीलंका पुलिस भी मदद कर रही है। गुजरात पुलिस ने 20 मई को ISIS से जुड़े मोहम्मद नुसरत (33), मोहम्मद फारीश (35), मोहम्मद नफरान (27) और मोहम्मद रशदीन (43) को अरेस्ट किया था।
ISIS आतंकियों के फोन की जांच में एटीएस को पाकिस्तान में बैठे अबू नाम के हैंडलर का फोटो भी मिला है। ये आतंकी बातचीत के लिए प्रोटोन मेल और सिग्नल एप का इस्तेमाल करते थे। चेन्नई एयरपोर्ट पर आतंकियों ने दो मोबाइल फोन कनेक्ट किए थे। एटीएस ने चेन्नई और अहमदाबाद एयरपोर्ट का वाई-फाई डाटा भी मंगवाया है। गुजरात एटीएस में डीजीआई सुनील जोशी के अनुसार दो आतंकवादी बिल्कुल नए रिक्रूट हैं और वो पहली बार भारत आए हैं।
जोशी ने कहा कि इन आतंकियों के पास से मिले दोनों फोन का फॉरेंसिक ऑडिट जारी है। जोशी ने कहा कि गुजरात एटीएस के साथ इस मामले में केंद्रीय एजेंसियां भी सहयोग कर रही हैं। जोशी के अनुसार अहमदाबाद के नाना चिलोड़ा में हथियार किसने रखे, अभी तक इस संबंध में जांच चल रही है।
गुजरात के डीजीपी विकास सहाय ने बताया था कि गोपनीय सूचना के आधार पर एजेंसियों को अलर्ट किया था। इसके लिए सड़क, रेल और हवाई मार्ग की मॉनिटरिंग की गई थी। जब इनपुट में मिले नाम के लोगों ने चेन्नई से अहमदाबाद आ रही फ्लाइट में बोर्डिंग की तो गुजरात पुलिस ने इन्हें अरेस्ट किया। उल्लेखनीय है कि गुजरात पुलिस की एटीएस ने इनके खिलाफ UAPA (गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम)और आईपीसी के तहत FIR दाखिल की थी।
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