नई दिल्ली: दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट (Rouse Avenue Court of Delhi) ने सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal), डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Deputy CM Manish Sisodia) और योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) (आप के पूर्व नेता) को वकील सुरेंद्र शर्मा (Advocate Surendra Sharma) द्वारा दायर एक आपराधिक मानहानि मामले में बरी कर दिया. सुरेंद्र शर्मा ने दावा किया था कि 2013 के विधानसभा चुनावों में आखिरी समय में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) से उनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी गई थी. दरअसल, अधिवक्ता सुरेंद्र शर्मा को आम आदमी पार्टी ने 2013 के विधानसभा चुनाव में शाहदरा सीट से टिकट दिया था, लेकिन बाद में उनका टिकट काटकर किसी और को दे दिया गया.
आम आदमी पार्टी की तरफ से आरोप लगाया गया कि सुरेंद्र शर्मा क्रिमिनल बैकग्राउंड से आते हैं. इसलिए पार्टी उनको टिकट नहीं देगी. आम आदमी पार्टी की तरफ से लगाए गए आरोपों के बाद वकील सुरेंद्र ने कड़कड़डूमा कोर्ट में तीनों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज किया. सुरेंद्र शर्मा ने कोर्ट में कहा कि तीनों अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और योगेंद्र यादव के बयान से समाज में उनकी छवि खराब हुई है.
एक तरफ जहां आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को इस मामले में राहत मिली है तो वहीं दूसरी तरफ पार्टी के प्रमुख नेता व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया आबकारी नीति मामले में फंसते जा रहे हैं. बीते शुक्रवार को सीबीआई की टीम ने मनीष सिसोदिया के घर पर छापेमारी की थी. सीबीआई की छापेमारी करीब 14 घंटे तक चली थी. सीबीआई ने इस मामले में एक एफआईआर भी दर्ज की है, जिसमें मनीष सिसोदिया और चार आबकारी अधिकारियों के नाम शामिल हैं. सीबीआई की एफआईआर में सिसोदिया समेत कुल 15 लोगों के नाम दर्ज हैं.
एफआईआर में उन कंपनियों और उनके डायरेक्टर्स को भी आरोपी बनाया गया है, जिन्हें नई एक्साइज नीति में फायदा पहुंचाया गया था. इस एफआईआर में पहला नाम मनीष सिसोदिया का ही है. वहीं छापेमारी के बाद मीडिया के सामने आए मनीष सिसोदिया ने भाजपा और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंन कहा कि हमने जांच में पूरा सहयोग किया. हम कट्टर ईमानदार लोग हैं. हमने लाखों लोगों का ईमानदारी से इलाज कराया. हम ईमानदारी से काम करना नहीं छोड़ेंगे. सिसोदिया ने कहा कि सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है. सीबाआई को ऊपर से कंट्रोल किया जा रहा है.
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