नई दिल्ली। मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड अब स्वच्छ ऊर्जा (ग्रीन एनर्जी) के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठा रही है। इसके तहत रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर लिमिटेड (RNESL) ने फैराडियन लिमिटेड में 100 मिलियन पाउंड (10 अरब रुपये से अधिक) में 100 फीसदी की हिस्सेदारी हासिल करने के लिए निश्चित समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। रिलायंस की ओर से साल के आखिरी दिन 31 दिसंबर को ये बड़ा ऐलान किया गया है।
100 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण
एक रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की सहायक कंपनी रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर लिमिटेड अपनी विस्तार योजना के अंतर्गत सोडियम-आयन सेल्स बनाने वाली कंपनी फैराडियन लिमिटेड का अधिग्रहण करेगी। रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर लिमिटेड 100 मिलियन ब्रिटिश पाउंड वाली इस कंपनी में 100 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी। इसके अलावा आरएनईएसएल की नए कारोबार के विस्तार के लिए विकास पूंजी के तौर पर 25 मिलियन पाउंड का निवेश की भी योजना है।
इस तरह किया जाएगा अधिग्रहित
आरआईएल की सहायक कंपनी आरएनएएसएल फैराडियन लिमिटेड के 88.92 फीसदी इक्विटी शेयरों का अधिग्रहण 83.97 मिलियन पाउंड में करेगी, जो कि नियामक फाइलिंग के अनुसार जनवरी 2022 की शुरुआत में होने की उम्मीद है। फैराडियन के शेष 11.08 फीसदी इक्विटी शेयरों को 10.45 मिलियन पाउंड में तीन वर्षों के भीतर अधिग्रहित किया जाएगा।
दुनिया की शीर्ष कंपनियों में शामिल
गौरतलब है कि फैराडियन लिमिटेड सोडियम-आयन बैटरी बनाने वाली दुनिया की शीर्ष कंपनियों में एक है। ब्रिटेन में सोडियम-आयन सेल्स बनाने वाली कंपनी फैराडियन ने पहले कहा था कि वह भारत में विनिर्माण की संभावनाएं तलाश रही है। कंपनी का कहना है कि सोडियम-आयन बैटरी की तकनीक, लीथियम आयन बैटरी से ज्यादा अच्छी है। यह दुनिया भर में ऑटोमोबाइल, स्टोरेज और मोबाइल क्षेत्र में क्रांति ला सकती है।
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