नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) के घर पर एनडीए नेताओं की बड़ी बैठक हुई. इस बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP National President JP Nadda) के अलावा, अश्विनी वैष्णव, किरण रिजिजू, ललन सिंह और चिराग पासवान मौजूद थे. सूत्रों के मुताबिक, बैठक में लोकसभा स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के चुनाव (Election of Lok Sabha Speaker and Deputy Speaker) को लेकर रणनीति पर चर्चा हुई. बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए की नई सरकार के गठन के बाद मंत्रियों के विभागों का भी बंटवारा कर दिया गया है. अब लोकसभा स्पीकर और डिप्टी स्पीकर को लेकर सियासी रणनीति बननी शुरू हो गई है.
नई सरकार बनने के बाद अब 24 जून से 18वीं लोकसभा का पहला सत्र भी शुरू हो जाएगा. 26 जून को लोकसभा के स्पीकर का चुनाव होना है. ऐसे में स्पीकर बीजेपी का कोई नेता होगा या फिर एनडीए के सहयोगी दलों का, इसे लेकर अब विचार विमर्श चल रहा है. चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है इसलिए सहयोगी दलों को लेकर चलना उसकी मजबूरी है. ऐसे में लोकसभा स्पीकर और डिप्टी स्पीकर का पद भी काफी अहम हो जाता है. विपक्षी दल पहले से ही कहते आ रहे हैं कि एनडीए की मौजूदा सरकार स्थिर नहीं है, भविष्य में कुछ भी हो सकता है.
ऐसे में बीजेपी की पूरी कोशिश होगी की वो कम से कम स्पीकर का पद तो अपने पास ही रखे. माना जा रहा है कि डिप्टी स्पीकर का पद सहयोगी दलों में से किसी एक को दिया जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक, अब इन्ही सब को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के घर पर बड़ी बैठक हुई है. मौजूदा एनडीए सरकार में स्पीकर और डिप्टी स्पीकर पद के लिए तीन सबसे बड़े दल हैं. इसमें एक तो बीजेपी ही है. इसके अलावा नीतीश कुमार की जेडीयू और चंद्रबाबू नायडू की अगुवाई वाली टीडीपी है. इसके अलावा चिराग पासवान की एलजेपी भी है. अब इसमें से स्पीकर का पद किस दल के पास जाएगा इसे लेकर आने वाले दिनों में स्थिति साफ हो जाएगी.
हाल फिलहाल में स्पीकर को लेकर विपक्षी दलों के बयान भी सामने आये थे. उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा था कि लोकसभा स्पीकर की लड़ाई बहुत महत्वपूर्ण लड़ाई है. अब 2014 और 2019 वाली स्थिति नहीं है. अगर राहुल गांधी यह बोलते हैं कि हम चाहे तो सरकार कभी भी गिरा सकते हैं तो उसका मतलब आप समझ जाइये. ये जो एनडीए की सरकार है वो स्थिर नहीं है. राउत ने आगे कहा कि हमने सुना है कि चंद्रबाबू नायडू ने लोकसभा का स्पीकर पद मांगा है या उनसे डील हुई है. ये ठीक बात भी है.
अगर स्पीकर पद एनडीए का कोई आदमी नहीं बैठा तो ये लोग सबसे पहले टीडीपी को ही तोड़ देंगे. ये लोग चिराग पासवान, जयंत चौधरी की पार्टी को भी तोड़ देंगे. उन्होंने आगे कहा कि अगर चंद्रबाबू नायडू ने स्पीकर का पद मांगा है और उनकी पार्टी को यह पद मिलता है तो हम उसका स्वागत करेंगे. अगर नायडू को स्पीकर पद नहीं मिला तो पूरा इंडिया एलायंस उनके साथ खड़ा हो जाएगा. हम यह कोशिश करेंगे कि पूरा इंडिया एलायंस चंद्रबाबू नायडू के उम्मीदवार के पीछे खड़ा हो.
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