मंदसौर: मंदसौर (Mandsaur) जिले के इतिहास में यह पहला मौका है जब महिला पुलिस (women police) को अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है. चुनाव (Election) से ठीक पहले नारी शक्ति (Woman power) को पुलिस हेडक्वार्टर की जानिब से महत्वपूर्ण जवाबदेही तय की गई है. जिले में एक एडिशनल एसपी, डीएसपी, दो एसडीओपी और एक सूबेदार पद पर महिलाएं आसीन हैं.
जिले के पुलिस विभाग में दूसरा सबसे बड़ा और अहम ओहदा एडिशनल एसपी का होता है. इस ओहदे पर आसीन हुई हैं हेमलता कुरील. जी हां हेमलता कुरील को मंदसौर जिले के गरोठ में एडिशनल एसपी पद जैसे महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी मिली है. 2001 बैच की हेमलता कुरील को पुलिस हेडक्वार्टर ने सहायक पुलिस महानिरीक्षक भोपाल से स्थानांतरित कर मंदसौर एडिशनल एसपी के रूप में भेजा है.
डीएसपी, जो पुलिस विभाग में एक महत्वपूर्ण पद होता है. इस महत्वपूर्ण पद की जवाबदारी किरण चौहान को पुलिस मुख्यालय से सौंपी गई है. 2018 बैच की किरण चौहान मध्यप्रदेश के बैतूल से स्थानांतरित होकर मंदसौर आई हैं. मंदसौर में महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब डीएसपी किरण चौहान के जिम्मे है.
कीर्ति बघेल को एसडीओपी ग्रामीण का पद सौंपा गया है. ऐसे में कीर्ति बघेल मन्दसौर जिले के ग्रामीणों की सुरक्षा का बीड़ा उठाएंगी. 2017 बैच की महिला अधिकारी कीर्ति बघेल मंदसौर आ चुकी हैं और एसडीओपी ग्रामीण जैसे उच्च पद विराजित हैं.
मंदसौर जिले के सीतामऊ एसडीओपी जैसे श्रेष्ठ पद का जिम्मा निकिता सिंह को सौंपा गया है. निकिता सिंह 2018 बैच की महिला अधिकारी हैं जो पहले बड़वानी, अगर और जावरा बटालियन में जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं. वर्तमान में वह जिले के सीतामऊ एसडीओपी के रूप में अपनी सेवाएं प्रधान कर रही हैं.
मन्दसौर पुलिस लाइन में एकमात्र सूबेदार के ओहदे का जिम्मा शमीम राणा के जिम्मे है. शमीम राणा पिछले करीब 1 साल से पुलिस लाइन का जिम्मा बखूबी संभाल रही हैं. मन्दसौर एसपी अनुराग सुजानिया के मुताबिक पोस्टिंग आर्डर में सभी को कार्य कुशलता के हिसाब से पदस्थापना दी गई है. सभी कर्तव्य का निर्वहन नियमानुसार करेंगे.
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