अरूण यादव खुद साक्षी के घर पहुंचे मनाने
इंदौर। चलते चुनाव (Election) में महिला कांग्रेस अध्यक्ष (Mahila Congress President) पद से हटाई गई साक्षी शुक्ला (Sakshi Shukla) के तेवर (attitude) ठंडे पड़ गए हैं। साक्षी ने आज प्रेस कान्फ्रेंस (press conference) लेने की योजना बनाई थी। बताया जा रहा था कि वे कुछ खुलासें करेंगी, लेकिन बड़े नेताओं के मनाने के बाद साक्षी ने अपना फैसला टाल दिया।
साक्षी शुक्ला की जगह प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने वार्ड 45 की पार्षद सोनिला मिमरोट को महिला कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया था। चलते चुनाव में की गई इस नियु$िकत को लेकर प्रदेश कांग्रेस ने कोई कारण तो नहीं बताया, लेकिन साक्षी के भाजपा में जाने की संभावना के चलते उन्हें हटाया गया। इसमें इंदौर के ही कुछ नेताओं की सहमति भी बताई जा रही है। हालांकि साक्षी पेहले ही दिन से कह रही है कि उनका परिवार कांग्रेस के प्रति समर्पित हैं और वे भाजपा में नहीं जाएंगी। साक्षी पूर्व विधायक संजय शुक्ला के करीबियों में जानी जाती है और उनके पारिवारिक रिश्ते भी हैं। सूत्रों का कहना है कि साक्षी पर शुक्ला और अन्य नेताओं का भाजपा में लाने के लिए दबाव था, लेकिन वे भाजपा में नहीं गई। आज साक्षी कुछ मुद्दों को मीडिया के सामने लाना चाहती थी, लेकिन उन्होंने इसे टाल दिया है। दो दिन पहले पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरूण यादव साक्षी को मनाने उनके घर भी पहुंचे थे। इसके बाद लगातार कुछ कांग्रेस नेता उनसे संपर्क में लगे थे। फिलहाल तो साक्षी के तेवर ठंडे नजर आ रहे हैं। सोनिला मिमरोट भी अध्यक्ष बनते ही दूसरे दिन कृपाशंकर शुक्ला से मिलने पहुंच गई थी, जहां शुक्ला ने उन्हें मिठाई खिलाकर बधाई दी थी। उसके बाद से ही लग रहा था कि साक्षी के विरोध की बर्फ पिघल सकती है।
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