नई दिल्ली: ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बुधवार को पुरी में ऐतिहासिक श्री जगन्नाथ मंदिर के आसपास 800 करोड़ रुपये की विरासत गलियारा परियोजना का उद्घाटन किया. पुरी के गजपति महाराजा दिव्यसिंह देब और लगभग 90 मंदिरों के प्रतिनिधियों और हजारों भक्तों की उपस्थिति में पटनायक ने श्री मंदिर परिक्रमा प्रकल्प का आधिकारिक तौर पर अनावरण किया.
भगवान जगन्नाथ के भक्तों को आज मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक बड़ा उपहार दिया. सीएम ने जगन्नाथ हेरिटेज कॉरिडोर का उद्घाटन किया. सीएम ने कहा कि यह परियोजना भगवान जगन्नाथ के आशीर्वाद से संभव हो सकी है. यह परियोजना ओडिशा ब्रिज एंड कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन द्वारा पूरी की गई. देशभर के 90 मंदिरों और संस्थानों के प्रतिनिधियों को उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था. उद्घाटन के बाद यह कॉरिडोर आम जनता के लिए खोल दिया गया है.
ओडिशा के पुरी शहर में साल 2019 में आई बाढ़ के बाद मची तबाही के बाद 12वीं सदी के विश्व प्रसिद्ध मंदिर का पूरी तरह से कायापलट करने की बात कही गई थी. यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुख सुविधाओं का ध्यान रखते हुए इस कॉरिडोर का निर्माण किया गया है. इस परियोजना के तहत 800 करोड़ रुपये की लागत से जगन्नाथ मंदिर की मेघनाद पचेरी के चारों ओर विशाल कॉरिडोर का निर्माण किया गया है और इससे श्रद्धालुओं को मंदिर के सुव्यवस्थित तरीके से दर्शन करने में मदद मिलेगी. इसके अलावा अधिकारियों का कहना है कि इसमें पार्किंग क्षेत्र, एक नया पुल और तीर्थयात्रियों की आवाजाही को आसान बनाने के लिए एक सड़क, एक तीर्थस्थल केंद्र, टॉयलेट सुविधाएं, क्लॉकरूम और जगन्नाथ मंदिर के आसपास भक्तों के लिए अन्य सुविधाएं शामिल हैं.
ओडिशा राज्य में स्थित जगन्नाथ पुरी मंदिर देश के सबसे प्रसिद्ध और सबसे रहस्मयी मंदिरों में से एक हैं. यह मंदिर करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है. जगन्नाथ मन्दिर भगवान जगन्नाथ यानी श्रीकृष्ण को समर्पित है. जगन्नाथ शब्द का मतलब है जगत के स्वामी. इनकी नगरी ही जगन्नाथपुरी या पुरी कहलाती है. इस मन्दिर को हिन्दुओं के चार धाम में से एक गिना जाता है. यह वैष्णव सम्प्रदाय का मन्दिर है. इस मंदिर का आर्किटेक्चर आज भी लोगों को हैरान कर देता है. 214 फुट की ऊंचाई वाले इस मंदिर के शीर्ष पर एक सुदर्शन चक्र लगा है. इस चक्र की खासियत यह है कि आप पुरी में जहां से भी इस चक्र को देखेंगे वहां से यह चक्र आपको सीधा ही दिखेगा.
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