नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले (Birbhum Massacre) के बोगटुई गांव में हुई आगजनी और निर्मम हत्याकांड (Birbhum Ruthless Massacre) की घटना इस समय पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है. इस भयावह और दर्दनाक घटना में 2 बच्चे और महिला समेत कुल 8 लोगों की भीड़ ने मंगलवार को जलाकर हत्या कर दी थी. ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) सरकार ने मामले की जांच के लिए पुलिस प्रशासन को घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
पुलिस मामले की जांच में जुटी है लेकिन इस बीच इस पूरे मामले पर एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है. फोरेंसिक रिपोर्ट में यह सामने आया है कि जिन लोगों को आग के हवाले किया गया उनको पहले बुरी तरह से पीटा गया था. रामपुरहाट (Rampurhat Violence) अस्पताल से एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि फोरेंसिक विशेषज्ञों के अनुसार शुरुआती जांच में ये सामने आया है कि पीड़ियों को आग के हवाले करने से पहले बुरी तरह से पीटा गया था.
आपको बता दें कि रामपुरहाट के बोगतुई गांव में मंगलवार को तड़के करीब एक दर्जन मकानों में कथित तौर पर आग लगा देने से दो बच्चों समेत कुल आठ लोगों की जलकर मौत हो गयी. यह घटना सोमवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पंचायत स्तर के नेता भादू शेख की कथित हत्या के कुछ घंटों के भीतर हुई. तृणमूल कांग्रेस के नेता की हत्या के बाद रामपुरहाट शहर के बाहरी इलाके में स्थित बोगतुई गांव में करीब एक दर्जन मकानों पर कथित तौर पर पेट्रोल बम से हमला कर आग लगा दी गई थी.ऐसा कहा जा रहा है कि कुछ लोगों ने अपने नेता की हत्या के प्रतिशोध में मकानों में आग लगा दी.
पुलिस ने इस सिलसिले में अब तक कम से कम 20 लोगों को गिरफ्तार किया है.राज्य सरकार ने कथित रूप से लापरवाही बरतने के आरोप में कई प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्धारित दौरे के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए रामपुरहाट में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हेलीपैड के आसपास सीसीटीवी लगाए गए हैं, जहां मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर उतरेगा. बोगतुई गांव जाने से पहले ममता बनर्जी पुलिस महानिदेशक मनोज मालवीय सहित कई अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करेंगी.बाद में वह घायल लोगों से मिलने रामपुरहाट अस्पताल भी जा सकती हैं.
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