नई दिल्ली (New Delhi)। यूपी (UP) से लेकर गुजरात (Gujarat) तक में डिजिटल फ्रॉड (Digital Fraud)का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक चीनी नागरिक ने इलाके के लोगों को अपने साथ मिलाकर एक फुटबॉल सट्टेबाजी ऐप (soccer betting app) विकसित किया। इस ऐप के जरिए उत्तरी गुजरात (Gujarat) में लगभग 1,200 लोगों को शिकार बनाया गया। जिसका नतीजा यह हुआ कि नौ दिनों में ही लगभग 1,400 करोड़ रुपये की ठगी कर ली, जो काफी बड़ा और चौंकाने वाला फ्रॉड माना जा रहा है।
ऑपरेशन इतना भयावह था कि गुजरात (Gujarat) पुलिस को इस योजना के पीछे के मास्टरमाइंड का खुलासा करने के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन करना पड़ा. जांच SIT टीम को चीन के शेन्ज़ेन क्षेत्र के वू उयानबे के पास तक ले गई, जिसके बारे में माना जाता है कि उसने पाटन और बनासकांठा में इतने बड़े घोटाले को अंजाम दिया था।
इस फ्रॉड के बारे में पहली बार जून 2022 में पता चला, जब ठगों ने “दानी डेटा” ऐप का इस्तेमाल करके गुजरात (Gujarat) और उत्तर प्रदेश में लोगों को अपना निशाना बनाया. आगरा पुलिस ने जांच शुरू की, जिसमें अंततः उत्तरी गुजरात (Gujarat) के कई व्यक्तियों से संबंध के बारे में जानकारी मिली।
उयानबे 15 से 75 वर्ष की आयु के लोगों से हर रोज औसतन 200 करोड़ रुपये ठगने में कामयाब रहा। मुख्य रूप से फुटबॉल खेल के माध्यम से. ऐप ने नौ दिनों के बाद अचानक काम करना बंद कर दिया, जिससे निवेशकों को एहसास हुआ कि उनका पैसा डूब गया है।
CID (Crime) साइबर सेल ने बाद में मामले से जुड़े नौ लोगों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने कथित तौर पर शेल कंपनियां बनाकर हवाला नेटवर्क के माध्यम से पैसे की आवाजाही की सुविधा प्रदान की थी. हालांकि, अगस्त 2022 में जब गुजरात (Gujarat) पुलिस ने कार्रवाई की, तब तक मास्टरमाइंड गायब हो चुका था और चीन लौट पहुंच चुका था।
काफी प्रयास किए जाने के बावजूद, उयानबे के प्रत्यर्पण के लिए आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं थे. यह बताया गया है कि वह कई फ्रॉड वाले ऐप्स का उपयोग करके शेन्ज़ेन, चीन के साथ-साथ हांगकांग और सिंगापुर जैसे पड़ोसी क्षेत्रों में अपना नेटवर्क संचालित करना जारी रखता है. इस चल रहे मामले में सीआईडी (Crime) ने मार्च में आरोप पत्र (Charge Sheet) दायर किया।
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