नई दिल्ली। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की सुरक्षा (Security Breach) में पंजाब के फिरोजपुर जिले में जिस तरह राज्य सरकार की लापरवाही (State Government Negligence) देखी गई यह पूरे देश ने दिखो जिससे प्रश्न चिन्ह लग रहे है कि पीएम की सुरक्षा को लेकर पंजाब सरकार (Punjab Government) की कितनी गंभीर थी, हालांकि पंजाब सरकार ने इस मामले की जांच करे के निर्देश दे दिए है। इसके बाद भी भाजपा सरकार चन्नी सरकार को घेर रही है। इस बीच वीवीआईपी सुरक्षा (VVIP Security) को लेकर खास तैयारियां की गई हैं, क्योंकि आने वाले पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं इसी को लेकर अब यहां की सरकारें सुरक्षा को लेकर सतर्क हो गई जिससे किसी प्रकार की आव्यवस्था का सामना न करना पड़े।
बता दें कि दरअसल अब जिन राज्यों में भी विधान सभा के चुनाव होने हैं वहां अर्धसैनिक बलों (Paramilitary forces) के वरिष्ठ अधिकारी भी तैनात किए जाएंगे।
सूत्रों के हवाले से आई जानकारी के मुताबिक अब अतिरिक्त Advanced security liasion (ASL) के अधिकारियों को प्रधानमंत्री समेत दूसरे VVIP के दौरे से पहले ही उन राज्यों में भेजा जाएगा ताकि वहां पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित किये जा सकें। इसी सुरक्षा कवायद के तहत चुनाव वाले राज्यों में अर्धसैनिक बलों को कंट्रोल रूम सेट करने को कहा गया है. स्पेशल टीम जालंधर, चंडीगढ़, लुधियाना, लखनऊ, इम्फल और कानपुर में तैनात की जाएंगी। जिससे प्रधानमंत्री समेत सभी वीवीआईपी की सुरक्षा को और बेहतर किया जा सके ताकि किसी भी हालत में पंजाब जैसे हालात न हों और वैसी घटना न दोहराई जाए।
वहीं दूसरी ओर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश चुनाव (UP Election 2022) को ध्यान में रखते हुए शुरुआत में ही 225 केंद्रीय अर्ध सैनिक बल की तैनाती की मंजूरी दे दी है। जिसके बाद 20 तारीख तक यह फोर्स उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में तैनात हो जाएगी। इसी सिलसिले में अब CRPF की 70 कंपनी, बीएसएफ की 65 कंपनी की तैनाती का फैसला हुआ है। वहीं अन्य बलों की 90 कंपनी की तैनाती अलग से की गई है।