जालना (Jalna) । महाराष्ट्र (Maharashtra) के जालना जिले में करोड़ों का क्रिप्टोकरेंसी घोटाला (cryptocurrency scam) सामने आया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि पुलिस को एक दिन में 101 शिकायतें मिलीं हैं जिनमें क्रिप्टोकरेंसी घोटाले में करीब 300 करोड़ रुपये डूबने का दावा किया गया है। पुलिस को संदेह है कि यह घोटाला और भी बड़ा हो सकता है।
जालना पुलिस ने बताया कि मंगलवार को किरण खरात और उसकी पत्नी दीप्ति खरात के खिलाफ उसे शिकायत मिली। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि दंपति ने ऊंचे रिटर्न का वादा कर उससे जीडीसी क्रिप्टो में निवेश (Investment) कराया, लेकिन उसके पैसे डूब गए। पुलिस ने इसके बाद एक सार्वजनिक नोटिस जारी कर अन्य ऐसे लोगों से भी शिकायत दर्ज कराने को कहा जिनका पैसा खरात दंपति की ओर से प्रचारित योजना में डूबा है। पुलिस उपाधीक्षक भगवान फंडे ने बताया कि एक ही दिन में जिलेभर से 101 लोगों ने पुलिस से संपर्क कर अपना पैसा डूबने की शिकायत की है।
10 हजार निवेशकों के 700 करोड़ डूबने की आशंका
पुलिस सूत्रों ने बताया कि विभाग को संदेह है कि करीब 10 हजार निवेशकों (investors) के साथ यह क्रिप्टोकरेंसी घोटाला करीब 700 करोड़ का हो सकता है। फंडे ने कहा कि यह मामला आर्थिक अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दिया गया है जो खरात दंपति के खातों को फ्रीज करेगी। यह दंपति महाराष्ट्र में राजनीतिक रसूख रखने वाले एक परिवार से जुड़ा है।
पूर्व अंडर-19 क्रिकेट कप्तान विजय जोल के खिलाफ केस दर्ज
भारतीय अंडर-19 टीम के पूर्व कप्तान क्रिकेटर विजय जोल (Vijay Jol) और 20 अन्य के खिलाफ किरण खरात को चार दिन तक बंधक रखने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। इसके साथ ही मामले ने राजनीतिक मोड़ ले लिया। जोल पूर्व मंत्री और शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता अर्जुन खोतकर के दामाद हैं। बताया जा रहा कि विजय जोल ने जीडीसी क्रिप्टो में 10 करेाड़ का निवेश किया है।
पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में किरण खरात ने कहा कि उसे जोल के नाम पर अपने कुछ भूखंडों को स्थानांतरित करने वाले दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया। कांग्रेस विधायक कैलाश गोरंट्याल ने खोतकर और उनके लोगों पर खरात को बंधक बनाकर कानून हाथ में लेने का आरोप लगाया है। दूसरी तरफ, खोतकर ने कहा कि गोरंट्याल खरात का बचाव रहे हैं।
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