नई दिल्ली। यूक्रेन संकट (Ukraine crisis) के बीच केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (Union Minister Piyush Goyal) ने बुधवार को भारत के अभियान ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुझे लगता है कि किसी और देश का ऐसा कोई उदाहरण नहीं है जिसने इतनी गंभीरता से नागरिकों को घर लाने का काम किया। बड़े-बड़े देश भी विफल रहे हैं। चीन ने 5 तारीख को पहली बार कुछ लोगों को निकाला। अमेरिका (America) ने सलाह दी की पहले ही निकल जाओ नहीं तो हम जिम्मेदार नहीं।
उन्होंने बताया कि यूक्रेन से भारतीय छात्रों (Indian students) को लाना आसान नहीं था। पीएम मोदी के अथक प्रयास के बाद इस कठिन कार्य को सफलता पूर्वक पूरा किया जा सका। पीयूष गोयल ने कहा कि 20,000 से अधिक भारत के नागरिक (Citizen), जिसमें अधिकतर छात्र हैं, जो यूक्रेन में फंसे थे, उन्हें तीन हफ्ते के अंदर भारत में वापस लाना, ये हम सभी लोगों के लिए बहुत गर्व की बात है। आज पूरे देश में विश्वास खड़ा हुआ है कि किसी भी संकट के समय में भारत सरकार और भारत के लोकप्रिय प्रधानमंत्री जी हमें संकट से निकालेंगे।
उन्होंने करीब 11 बार दुनिया के बड़े-बड़े नेताओं से बात की। कूटनीति का हर संभव प्रयोग किया गया, जिससे हमारे नागरिक सकुशल वापस आ सकें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विषय को खुद गंभीरता से लिया। 8 हाई लेवल मीटिंग उन्होंने की। हर मीटिंग के बाद कठोर कदम उठाए जाते थे कि कैसे एक-एक नागरिक को भारत में वापस लाया जाए।
पीयूष गोयल ने कहा कि इस संकट के समय में प्रधानमंत्री (Prime minister) ने इस अभियान का नेतृत्व किया। ऐसा किसी और देश का उदाहरण नहीं होगा, जिसने इतनी गंभीरता से अपने नागरिकों को वापस लाने का काम किया। आज हमें गर्व है कि वहां छात्रों का जो आखरी बैच था, वो भी अब युद्ध के इलाके से बाहर निकलकर तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्हें बॉर्डर (border) पार करके, जल्द नजदीक के देश के रास्ते भारत वापस लाया जाएगा।
पीएम मोदी (PM Modi) ने सरकार के हर तंत्र को, समाज के अलग-अलग लोगों को इस काम में लगाया था, ताकि हमारे नागरिक सुरक्षित वापस आ सकें। पीएम मोदी जी ने सरकार के हर तंत्र को, समाज के अलग-अलग लोगों को इस काम में लगाया था, ताकि हमारे नागरिक सुरक्षित वापस आ सकें। प्रधानमंत्री के अथक प्रयासों से जो सरकार ये सफल evacuation कर पाई, मैं इस कार्य में शामिल उन सभी संस्थाओं को, कर्मचारियों को धन्यवाद देना चाहता हूं। दुर्भाग्य है कि कांग्रेस व अन्य राजनीतिक दलों ने और कुछ मुख्यमंत्रियों (chief ministers) ने इस पर भी राजनीति करने की कोशिश की. संकट के समय में तो सभी लोग एकजुट होते हैं, लेकिन इस संकट में लोगों को सांत्वना देने के बदले विपक्ष के नेता गलत प्रचार करने में लगे रहे।
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