इंफाल (Imphal)। बीते करीब एक महीने से हिंसा की आग में जल रहे मणिपुर (Manipur) को फिर से दहलाने की बड़ी साजिश नाकाम (Big plan terrorize failed) हुई है। भारतीय सेना (Indian Army) ने मंगलवार रात जान पर खेलकर एक कार को पकड़ा, जिसमें भारी मात्रा में हथियार (heavy weapons) ले जाए जा रहे थे। सेना ने कार में सवार लोगों और हथियारों से भरी कार को पुलिस को सौंप दिया और मणिपुर को बड़ी घटना से बचा लिया।
बताया गया है कि इंटेलिजेंस ने मंगलवार रात को खुफिया जानकारी दी थी कि कांगचुक चिंगखोंग जंक्शन के मोबाइल व्हीकल चेक पोस्ट (mobile vehicle check post) से एक हथियारों से भरी मारुति ऑल्टो गुजरेगी। इसी इनपुट के आधार पर भारतीय सेना के जवानों ने कार को रोक लिया और हथियारों की बरामदगी की। सैनिकों को कार में पांच शॉटगन, पांच स्थानीय स्तर पर बने ग्रेनेड और शॉटगन (grenade and shotgun) के लिए कार्टन में भरी गोलियां मिलीं। इसके बाद सेना ने कार में सवार तीनों लोगों को पुलिस के हवाले कर दिया।
इस महीने ही मणिपुर में शुरू हुई हिंसा
गौरतलब है कि मणिपुर में करीब 20 दिन की शांति के बाद सोमवार को एक बार फिर से हिंसक घटनाएं हुईं थीं। हालांकि, सेना के चौकसी बढ़ाने के बाद मंगलवार को राज्य में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। राज्य में आरक्षण की मांग को लेकर 3 मई को जातीय हिंसा हुई थी। इस हिंसा में करीब 70 लोगों की मौत हो गई थी और बड़ी संख्या में घरों में आग लगा दी गई थी। इसके बाद बीते कई दिनों से राज्य में शांति थी और लग रहा था कि हालात धीरे धीरे काबू में आ रहे हैं लेकिन सोमवार को राज्य में फिर से कुछ जगहों पर हिंसा भड़क गई।
बाजार रहे बंद और सुरक्षाबल कर रहे गश्त
सोमवार की हिंसा के बाद मंगलवार को इंफाल की पूर्वी जिले में अधिकतर बाजार बंद रहे। सुरक्षा बल के जवान सड़कों पर गश्त कर रहे हैं और लोगों को उनके घरों में ही रहने की हिदायत दी जा रही है। बता दें कि इसी इलाके में सोमवार को हिंसा भड़की थी, जब लोगों की भीड़ ने दो घरों में आग लगा दी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चार हथियारबंद लोगों ने, जिनमें एक पूर्व विधायक भी शामिल थे, पूर्वी इंफाल में जबरन बाजार बंद कराने की कोशिश की, जिसके बाद लोग नाराज हो गए और हिंसा भड़क गई।
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