नई दिल्ली। एसबीआई रिसर्च (SBI Research) ने अपनी ‘इकोरैप’ रिपोर्ट (Ecowrap report) में कहा है कि यदि भारत अपनी वृद्धि की मौजूदा दर (current rate of growth) को बरकरार रखता है तो यह जापान और जर्मनी जैसे देशों को पीछे छोड़कर 2027 (2027-2028) में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन सकता है। इससे पहले एसबीआई रिसर्च ने उम्मीद जताई थी कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2029 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगी।
रिपोर्ट के अनुसार दिलचस्प बात यह है कि 2022-2027 के बीच भारत की वृद्धि ऑस्ट्रेलिया की अर्थव्यवस्था के वर्तमान आकार 1.8 ट्रिलियन अमरीकी डाॅलर से अधिक होने की उम्मीद है। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘इस दर से भारत हर दो साल में अपनी इकोनॉमी में 0.75 अरब डॉलर जोड़ सकता है, जिसका मतलब है कि भारत 2047 तक 20 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है। 2027 तक वैश्विक जीडीपी में भारत का योगदान चार प्रतिशत से अधिक हो जाएगा। वैश्विक स्तर पर सकल घरेलू उत्पाद में भारत की जीडीपी का हिस्सा फिलहाल 3.5 प्रतिशत है, जो 2014 में 2.6 प्रतिशत था और इसके 2027 में चार प्रतिशत तक पहुंचने की संभावना है।
एसबीआई रिसर्च ने कहा कि अनुमानों से संकेत मिलता है कि जब भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में तीसरा स्थान हासिल करेगा उस समय तक कम से कम दो भारतीय राज्य महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश अर्थव्यवस्था के मामले में 500 बिलियन अमरीकी डालर के निशान को पार कर जाएंगे। ‘इकोरैप’ रिपोर्ट के अनुसार, ”2027 में प्रमुख भारतीय राज्यों का जीडीपी आकार वियतनाम, नॉर्वे जैसे कुछ एशियाई और यूरोपीय देशों के आकार से अधिक होगा।”
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