नई दिल्ली। ओप्पो (Oppo) और वनप्लस (OnePlus) को तगड़ा झटका लगा है। ये दोनों कंपनियां अब अपने स्मार्टफोन नहीं बेच पाएंगी। मामला जर्मनी का है। यहां की एक अदालत ने इन दोनों कंपनियों पर बैन लगा दिया है। ये कंपनियों नोकिया की 5G टेक्नोलॉजी को बिना लाइसेंस यूज कर रही थीं। इसके खिलाफ नोकिया ने ओप्पो और वनप्लस के ऊपर जर्मनी के म्यूनिख में केस किया था। कोर्ट ने मामले की पूरी सुनवाई के बाद फैसला नोकिया के पक्ष में दिया। अब ये कंपनियां जर्मनी में अपने स्मार्टफोन सेल नहीं कर पाएंगी। यह जानकारी WinFuture ने अपनी एक रिपोर्ट में दी है।
वीवो और रियलमी पर भी लटकी तलवार
रिपोर्ट के अनुसार BBK इलेक्ट्रॉनिक्स की इन दोनों कंपनियों के अलावा वीवो और रियलमी को भी जर्मनी में स्माटफोन सेल करने से रोका जा सकता है। बताया जा रहा है कि नोकिया इन कंपनियों के खिलाफ जर्मनी के अलावा फ्रांस, स्पेन, फिनलैंड, स्वीडन, नीदरलैंड्स और ग्रेट ब्रिटेन में भी केस लड़ रहा है। हालांकि, इस बारे में अभी पक्के तौर पर कुछ कहा नहीं जा सकता। BBK मोबाइल्स को नोकिया की 5G टेक्नोलॉजी का लाइसेंस लेने के लिए प्रति मोबाइल करीब 200 रुपये देने पड़ सकते है।
एक्सपायर हुआ था अग्रीमेंट
जुलाई में म्यूनिख रीजनल कोर्ट 1 ने कथित तौर पर कहा था कि दोनों पार्टियां अगर नोकिया के साथ अग्रीमेंट पर समझौता नहीं करती हैं, तो उन पर जर्मन मार्केट में सेल्स बैन लगा दिया जाएगा। रिपोर्ट्स के अनुसार ओप्पो शुरुआत में 5G पेटेंट्स पर टैक्स देने के लिए तैयार हो गया था। हालांकि, कुछ समय बाद नोकिया और ओप्पो के बीच हुआ अग्रीमेंट एक्सपायर हो गया और इन दोनों कंपनियों के बीच दोबारा डील नहीं हो पाई।
जर्मन साइट्स से हटाए गए स्मार्टफोन
ओप्पो और वनप्लस पर पिछले शुक्रवार को बैन लगाया गया था। इन दोनों कंपनियों ने जर्मन साइट्स से भी अपने सभी स्मार्टफोन्स को हटा लिया है। हालांकि, इन साइट्स पर ऐक्सेसरीज अभी भी उपलब्ध हैं। ओप्पो के एक प्रवक्ता ने Wirtschaftswoche से कहा कि ओप्पो कुछ प्रोडक्ट्स की सेल और मार्केटिंग को बंद कर रहा है, लेकिन ओप्पो जर्मनी में अभी भी ऑपरेट करता रहेगा और यूजर्स को पहले खरीदे गए डिवाइसेज को यूज करने में कोई समस्या नहीं आएगी।
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