चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Elections) को लेकर बड़ी हलचल देखने को मिल रही है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (former Chief Minister Manohar Lal Khattar) के भतीजे रमित खट्टर (Nephew Ramit Khattar) ने ही कांग्रेस जॉइन (Join Congress.) कर ली है। मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) फिलहाल केंद्र सरकार में एक ताकतवर मंत्री हैं। भले ही सीएम नायब सिंह सैनी (Naib Singh Saini) हैं, लेकिन अब भी मनोहर लाल का राज्य में अच्छा रुतबा माना जाता है। यही नहीं नायब सिंह सैनी को भी उनके ही करीबी नेताओं में शुमार किया जाता है। ऐसे में खट्टर के परिवार से ही किसी का कांग्रेस में जाना भाजपा के लिए एक झटके की तरह है। रमित खट्टर के कांग्रेस जॉइन करते समय रोतहक के विधायक भारत भूषण बत्रा भी मौजूद थे।
रमित खट्टर पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के भाई जगदीश के बेटे हैं। 2020 में एक डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर की पिटाई के मामले में रमित खट्टर का भी नाम सामने आया था। यही नहीं एफआईआर भी इस केस में फाइल हुई थी और उसमें भी रमित का नाम दर्ज था। वन अधिकारी ने आरोप लगाया था कि जिस दौरान उनकी पिटाई हुई थी, तब रमित खट्टर भी मौजूद थे। इस संबंध में पूछे जाने पर रमित खट्टर ने कहा था कि मैं अपना कारोबार चलाता हूं। इस घटना को ऐसे नहीं देखना चाहिए कि मैं सीएम का रिश्तेदार हूं। मेरे दोस्त रजत के वन विभाग के साथ कुछ मसले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मैं तो चंडीगढ़ जा रहा था, लेकिन दोस्त के साथ वन विभाग के ऑफिस में चला गया। वहां उसका ही काम था। यही नहीं इस संबंध में जब वन अधिकारी जी. रमन से रमित के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह नहीं जानते थे कि वह मनोहर लाल खट्टर के भतीजे हैं। उन्होंने कहा कि रमित ने कभी अपना परिचय रमित खट्टर के तौर पर नहीं कराया था। गौरतलब है कि मनोहर लाल खट्टर का हरियाणा के पंजाबी समुदाय के बीच अच्छा प्रभाव माना जाता है। वह करनाल सीट से लोकसभा के सांसद भी हैं, जहां पंजाबी वर्ग की अच्छी आबादी है। इसके अलावा अंबाला, कुरुक्षेत्र और यमुनानगर में भी पंजाबी समुदाय की बड़ी संख्या है।
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