देश (India) में कोरोना (Corona) संकट लगातार बढ़ रहा है। लाखों कर्मचारी आर्थिक संकट (Economic Crisis) का सामना कर रहे हैं। इस बीच कर्मचारी राज्य बीमा निगम (Employee’s State Insurance Corporation) ने अपने एम्प्लाइज के लिए बड़ी घोषणा की है। ईएसआईसी (ESIC) ने महामारी को देखते हुए कर्मचारी, उनके परिजनों को मुफ्त इलाज, आंशिक वेतन और बेरोजगारी भत्ता (Unemployment allowance) जैसे सुविधा देने का निर्णय लिया है। ईएसआईसी ने कहा, ‘उसे लाभ के दायरे में आने वाले कर्मचारी या उनके घरवाले वायरस से लड़ रहे हैं।’ तो उन्हें अस्पतालों में मुफ्त इलाज (Free treatment) मिलेगा। अगर कर्मचारी इलाज किसी प्राइवेट हॉस्पिटल (Private Hospital) में कराते है तो भी खर्च का पूरा रकम वापस मिल जाएगी।
बता दें कर्मचारी राज्य बीमा स्कीम कम सैलरी पाने वाले एम्प्लाइज के लिए सिक्योरिटी योजना (Security plan) है। इसके तहत संगठित क्षेत्र में कार्य करने वाले कर्मचारियों को विकलांगता, निधन आदि में आर्थिक मदद मिलती है। ईएसआईसी के देश में 21 अस्पताल चल रहे हैं। जिनमें फिलहाल 3,686 कोविड बेड उपलब्ध है। इन हॉस्पिटलों में 229 आईसीयू बेड और 163 वेंटिलेटर है।
कर्मचारी राज्य बीमा निगम ने कहा कि अगर कोरोना के कारण किसी कर्मचारी की मृत्यु होती है, तो अंतिम संस्कार के लिए उनके घरवारों को 15 हजार रुपए दिए जाएंगे। साथ ही अगर कर्मचारी संक्रमित होने के कारण काम नहीं कर पाता, तब भी सैलरी मिलती रहेगी। ईएसआईसी ने कहा, ‘अगर उपचार के दौरान कर्मचारी 90 दिनों तक गैर हाजिर है तो भी वेतन के लिए दावा कर सकता है।’ बीमारी हित लाभ के तहत वह हर दिन 70 फीसद वेतन के हिसाब से पेमेंट पा सकता है।
अगर कोई कर्मचारी कर्मचारी राज्य बीमा निगम के दायरे में आता है। उसकी कंपनी या संस्थान बंद हो जाती है या उसे नौकरी से निकाल दिया जाता है। तो वह दो साल तक राजीव गांधी श्रमिक कल्याण योजना के तहत बेरोजगारी भत्ते का लाभ उठा सकते हैं। जबकि अन्य किसी कारण बेरोजगार हुआ है तो कर्मचारी अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना के तहत तीन महीनों तक आर्थिक मदद प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए कर्मचारी को बीमा निगम की वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा।
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