भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (Chief Minister Mohan Yadav) ने कहा कि अयोध्या में नवनिर्मित मंदिर (newly built temple) में रामलला के नवीन विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा एक ऐतिहासिक कार्यक्रम (Consecration a historical event) था. साथ ही उन्होंने राज्य में भगवान राम से जुड़े स्थानों को पर्यटक स्थलों के तौर पर विकसित करने की घोषणा की. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार रात को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राण प्रतिष्ठा का भव्य समारोह ‘राम राज्य’ के आगमन की शुरुआत है.
सीएम मोहन यादव ने यहां अपने आधिकारिक आवास पर कहा, “राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह ऐतिहासिक कार्यक्रम था. मध्य प्रदेश में भगवान राम ने जिन स्थानों पर अपने चरण रखे थे, उन्हें पर्यटक स्थलों के रूप में विकसित किया जाएगा.” इस अवसर पर मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास पर 11,101 दीये जलाए गए.
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सुशासन स्थापित किया गया. सही मायने में राम राज्य आ रहा है. करीब 142 करोड़ लोग सरकार के साथ खड़े रहे और उन्होंने साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश की.” मोहन यादव ने अयोध्या में रामलला के नवीन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर देश के लोगों को बधाई दी.
बता दें कि मुख्यमंत्री मोहन यादव ने ओरछा में राम राजा मंदिर से डिजिटल तरीके से प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देखा. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ पहुंचे यादव ने निवाड़ी जिले में ओरछा के मंदिर में पूजा-अर्चना की. ओरछा को ‘छोटी अयोध्या’ के रूप में भी जाना जाता है.
ऐसी मान्यता है कि भगवान राम दिन में ओरछा में रहते हैं और रात होने पर पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की अयोध्या नगरी में विश्राम करते हैं. ओरछा को राजा राम के साम्राज्य के रूप में जाना जाता है और ऐसा माना जाता है कि यह देश का एकमात्र ऐसा स्थान है, जहां राम को सिर्फ भगवान के तौर पर नहीं, बल्कि एक प्रिय राजा के रूप में भी पूजा जाता है.
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