नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अलकायदा के बड़े आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश कर 11 संदिग्धों की गिरफ्तारी की है जबकि करीब आधा दर्जन लोगों से अभी भी पूछताछ चल रही है। इस ऑपरेशन को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजस्थान, झारखंड और उत्तर प्रदेश पुलिस की मदद से अंजाम दिया। अलकायदा के मॉड्यूल से संदिग्धों में से 6 की गिरफ्तारी राजस्थान के भिवाड़ी से, रांची से 4, हज़ारीबाग से एक और यूपी के अलीगढ़ से 4 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया था। इनमें से 11 की गिरफ्तारी कर ली गयी है।
इस मॉड्यूल का सरगना डॉक्टर इश्तियाक अहमद है जोकि रांची के एक नामी अस्पताल के रेडियोलॉजी विभाग में कार्यरत था। बाकी आरोपियों की पहचान झारखंड के रहने वाले मोतिउर, रिजवान, मुफ्ती रहमातुल्ला और फैजान अहमद के रुप में की गई है। अन्य आरोपियों में राजस्थान के भिवाड़ी से हसन अंसारी, उनकामुल अंसारी, अल्ताफ अंसारी, अरशद खान, उमर फारूक, शाहबाज अंसारी है। इनमें से ज्यादातर झारखंड के हज़ारीबाग और रांची के रहने वाले हैं।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को डॉक्टर इश्तेयाक के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी। डॉक्टर को हिरासत में लेने के बाद उससे पूछताछ की गई और उसके मोबाइल व अन्य इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट्स को जब खंगाला गया तो इस मॉड्यूल की जानकारी मिली। जांच में पता चला कि मॉड्यूल से जुड़े सभी आतंकी सोशल मीडिया एप टेलीग्राम के जरिये एक दूसरे से जुड़े हुए थे। इन्होंने कई ग्रुप भी बना रखे थे जिनमें कुछ मेंबर पाकिस्तान और अफगानिस्तान व अन्य अरब देशों के थे।
इस मॉड्यूल को ट्रेनिंग देने की जिम्मेदारी हजारीबाग से पकड़े गए फैजान की थी जोकि मॉड्यूल में मौजूद संदिग्धों को फिजिकल ट्रेनिंग के अलावा अलग-अलग हथियार चलाने और बम बनाने की ट्रेनिंग देता था। ये टैनिंग झारखंड के जंगलों, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में दी जा रही थी।
दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के ठिकानों पर रेड कर एके-47 राइफल, एक .38 बोर रिवॉल्वर, .38 बोर के 6 जिंदा कारतूस, .32 बोर के 30 जिंदा कारतूस, एके-47 के 30 जिंदा कारतूस, एक डमी इंसास, एक एयर राइफल, एक आयरन एल्बो पाइप, एक हैंड ग्रेनेड, एक की रिमोट कंट्रोल मैकेनिज्म, कुछ तार, एक एए साइज 1.5 वोल्ट की बैटरी, एक टेबल वॉच, चार ग्राउंड शीट, एक टारगेट, एक कैंपिंग टेंट और कुछ भड़काऊ वीडियो और साहित्य बरामद किया है।
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