भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Elections) में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद पार्टी में उठे भितरघात के मुद्दे पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) ने शुक्रवार को बड़ा एक्शन लिया है. कांग्रेस की अनुशासन समिती की बैठक (disciplinary committee meeting) में भितरघात करने वाले नेताओं को लेकर का बड़ा फैसला लिया गया है. लोक सभा चुनाव से पहले (before the Lok Sabha elections) यह कांग्रेस के लिए एक मजबूत कमद के तौर पर देखा जा रहा है.
अनुशासन समिति की बैठक में विधानसभा में पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाले नेताओं को पार्टी से बाहर करने का निर्णय लिया गया है. कमेटी ने 79 भितरघातियों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने का फैसला लिया है. पार्टी ने इन नेताओं के निष्कासन पर मुहर लगा दी है. कमेटी की बैठक में 150 शिकायतों पर चर्चा हुई. 79 के अलावा अन्य नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर इन पर भी कार्रवाई होगी.
सूत्रों के मानें तो 10 दिन बाद एक बार फिर अनुशासन समिति की बैठक होगी. इस दौरान गंभीर शिकायतों की जांच होगी. जांच के बाद कुछ और नेताओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हो सकती है. पॉलीटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक में कांग्रेस नेताओं और प्रत्याशियों ने बागियों की शिकायत की थी. कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने चुनाव में हार के बाद अनुशासन समिति का गठन किया था. इस कमेटी में कुछ बड़े नेताओं को शामिल किया गया. इस समिति का काम चुनाव में भितरघात करने वाले नेताओं का पता लगाना और उन पर कार्रवाई करना था.
कुछ दिन पहले भोपाल में हार पर मंथन और लोकसभा की तैयारियों को लेकर बुलाई गई कांग्रेस की बैठक में भितरघात का मुद्दा जमकर उठा था. बैठक में हारे हुए प्रत्याशियों के अपनी पार्टी के नेताओं पर भितरघात के आरोप लगाए और उन्हें आस्तीन का सांप बताया. गुना से हारे प्रत्याशी पंकज कनेरिया ने कहा कि पार्टी में आस्तीन के सांप नहीं, खुले सांप घूम रहे हैं. ये बड़े नेताओं के पाले हुए होते हैं. हम अपनी बात कहां रखें? इसके अलावा अशोकनगर से प्रत्याशी रहे राव यादवेंद्र सिंह यादव ने कहा कि जो आस्तीन के सांप हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जरूरत है.
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