नई दिल्ली। हरियाणा की राज्य सरकार (State Government of Haryana) ने 372 जांच अधिकारियों को निलंबित (372 investigating officers suspended) कर दिया है। 372 जांच अधिकारियों को सस्पेंड करने का ये फैसला राज्य के गृह मंत्री अनिल विज (Home Minister Anil Vij) का है। अपने इसी की वजह से मंत्री अनिल विज बार फिर से सुर्खियों में छा गए हैं। विज के आदेश से पुलिस विभाग (Police Department) में हड़कंप मच गया है। गृह मंत्री ने इन आधिकारियों को इनकी काम में लापरवाही बरतने के लिए निलंबित किया है। जानकारी के अनुसार, इन आधिकारिओं ने एक साल में दर्ज हुई कई FIR की जांच के बीच में अटका रखा है।
गृह मंत्री अनिल विज के आदेशानुसार हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर को विभाग के 372 पुलिस कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। इन आधिकारियों पर आरोप है कि इन्होनें अपने अंदर आए 3229 FIR की जांच को बीच में अटका रखा हुआ है। सस्पेंड होने वाले कर्मचारियों ASI और SI से लेकर हवलदार तक शामिल है। जानकारी के अनुसार, गृह मंत्री अनिल विज इस बात से नराज है कि उनके द्वारा बार-बार निर्देश देने के बाद भी जांच अधिकारी ठीक से काम नहीं कर रहे थे।
गृह मंत्री द्वारा डीजीपी शत्रुजीत कपूर को लिखे गए पत्र में साफ-साफ शब्दों में पुलिस विभाग के 372 जांच अधिकारियों को आदेश दिया गया है कि वो अपने पास रखे लंबित केसों को DSP के पास ट्रांसफर कर दे। वहीं, संबंधित DSP को आदेश दिया गया है कि वो एक महीने के अंदर इन 3229 केसों को निपटा करें। अगर वो एक महीने के अंदर इन केसों को नहीं निपटा कर पाते हैं तो उनके ऊपर भी विभागिया कार्रवाई की जाएगी। सस्पेंड होने वाले जांच अधिकारी में सबसे ज्यादा सिरसा जिले के 66, गुरुग्राम के 60, यमुनानगर के 57, फरीदाबाद के 32, करनाल के 31, रोहतक के 31, अंबाला का 30 पंचकूला के 10, हिसार के 14, पानीपत के 3, रेवाड़ी के 5, जींद के 24 और सोनपीत के 9 अधिकारी शामिल है।
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