उज्जैन। जमाखोरी और स्टाक सीमा तय होने के बाद सोयाबीन की कालाबाजारी की सूचना मिलने के बाद कलेक्टर ने खाद्य विभाग को चंदूखेड़ी के समीप स्थित सोयाबीन प्लांट पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिस पर खाद्य विभाग की टीम ने छापा मार कार्रवाई की तो वहाँ से 70 करोड़ की सोयाबीन की जमाखोरी पकड़ाई। पुलिस ने कंपनी अविएग्रो के संचालकों के खिलापु आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है। सोयाबीन तेल की बढ़ती कीमतों के चलते सोयाबीन प्लांट वालों ने जमाखोरी शुरू कर दी है। इसे देखते हुए प्रदेश शासन ने खाद्य तेल एवं तिलहन व्यापारी नियंत्रण के आदेश जारी कर दिए हैं। इसी आदेश के तहत सोयाबीन बीज एवं तेल की स्टॉक सीमा तय की गई है। प्रशासन के इसी आदेश के तहत उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने खाद्य विभाग की टीम को प्लांटों पर जाकर कार्रवाई करने को कहा।
इसके चलते गत दिवस खाद्य विभाग के अमले ने बडऩगर मार्ग के ग्राम चंदूखेड़ी स्थित अवि एग्रो बिजनेस लिमिटेड सोयाबीन तेल प्लांट पर छापा मारा तथा वहां का स्टॉक चेक किया। कार्रवाई के दौरान खाद्य विभाग की टीम ने यहां जमाखोरी कर रखा गया स्टॉक से अधिक सोयाबीन पाया। टीम को यहाँ 70 करोड़ रुपए का सोयाबीन मिला जिसे जब्त कर प्लांट को सील कर दिया गया। पंचनामा बनाने के बाद खाद्य विभाग यह मामला अग्रिम कार्रवाई के लिए कलेक्टर को सौपेंगे। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उक्त प्लांट पर स्टॉक से अधिक लगभग 97 हजार 860 क्विंटल सोयाबीन भरा मिला जिसकी कीमत लगभग 70 करोड़ रुपए हे। प्लांट पर सोयाबीन तेल बनाने के साथ ही पैकिंग का काम भी होता है। मध्य प्रदेश शासन के आदेश के बाद प्रदेशभर में यह कार्रवाई की जा रही है लेकिन उज्जैन में की गई कार्रवाई प्रदेश की अभी तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है जिसमें 70 करोड़ रुपए की सोयाबीन एक साथ जब्त की गई है।
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