लोनावला. महाराष्ट्र (Maharashtra) के लोनावला (Lonavala) में भूशी बांध (Bhushi Dam) के पास वाटरफॉल में एक ही परिवार के तीन लोग अचानक बाढ़ आने से बह गए जबकि 4 और 9 साल के दो बच्चे अभी भी लापता हैं. उन्हें ढूंढने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन (rescue operation) चलाया जा रहा है. जिस परिवार के साथ यह हादसा हुआ वो वहां पिकनिक मनाने पहुंचा था.
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एक ही परिवार के सभी मृतक
न्यूज एजेंसी के मुताबिक पुलिस ने मृतकों की पहचान शाहिस्ता लियाकत अंसारी (36), अमिमा आदिल अंसारी (13) और उमेरा आदिल अंसारी (8) के रूप में की है. साथ ही तेज बहाव में लापता हुए कुछ लोगों के शव जलाशय के एक किनारे से बरामद किया गया है. अधिकारी ने बताया कि अदनान सभाहत अंसारी (4) और मारिया अकील अंसारी (9) अभी भी लापता हैं.
बचाव दल और नौसेना के गोताखोरों ने लापता बच्चों का पता लगाने के लिए देर शाम तक खोजी अभियान चलाया जिसके बाद सोमवार को फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अंसारी परिवार के सदस्य भुशी बांध के पास झरना देखने गए थे, लेकिन इलाके में भारी बारिश के कारण पानी का प्रवाह अचानक बढ़ गया और वे बह गए.
शादी कार्यक्रम में आए थे रिश्तेदार
जिस परिवार के साथ यह हादसा हुआ है उसके एक परिजन ने कहा कि कुछ रिश्तेदार शादी के लिए मुंबई से आए थे. उन्होंने बताया कि रविवार को 16 लोगों ने पिकनिक के लिए लोनावाला जाने के लिए एक बस किराए पर ली थी. बता दें कि जैसे ही मानसून का मौसम शुरू होता है, हजारों पर्यटक भुशी और पावना बांध क्षेत्रों में घूमने आते हैं. इस दौरान पर्यटक अज्ञात क्षेत्रों में चले जाते हैं और स्थानीय अधिकारियों की चेतावनियों की भी उपेक्षा करते हैं.
हादसे के दिन लोनवला पहुंचे थे 50 हजार पर्यटक
एक पुलिस अधिकारी ने अनुमान के आधार पर बताया कि रविवार को 50,000 से अधिक लोग लोनावला आए थे, ‘यह एक दुखद घटना है, कई चेतावनियों के बावजूद, लोग भुशी बांध के ऊपर पहाड़ी इलाके में खतरनाक क्षेत्रों में चले जाते हैं. चेतावनियों को नज़रअंदाज़ करते हुए, कई लोग मौज-मस्ती करने के लिए भुशी बांध क्षेत्र में झरने के नीचे चले गए थे.’
पर्यटक चेतावनी को करते हैं नजरंदाज: पुलिस
पुणे ग्रामीण पुलिस अधीक्षक पंकज देशमुख ने लोगों से आग्रह किया कि है कि वे लोनावला, खंडाला और पावना बांध क्षेत्र में अपरिचित इलाकों में जाकर अपनी जान जोखिम में न डालें. देशमुख ने कहा, “भुशी बांध के पास जहां यह घटना हुई है वो और उसके आसपास का क्षेत्र भारतीय रेलवे और वन विभाग के अधिकार क्षेत्र में आता है. ऐसी घटनाओं को रोकने के उपाय विकसित करने के लिए सभी हितधारकों के साथ एक बैठक की जाएगी.’
पावना बांध से 2024 में बरामद हो चुके हैं 27 शव
लोनावला ग्रामीण पुलिस के अनुसार इससे पहले भी जनवरी 2024 में पावना बांध में चार लोग डूब गए थे. बचाव संगठन वन्यजीव रक्षक मावल के अनुसार इस साल मार्च और मई के बीच मावल तहसील में अलग-अलग जल निकायों से 27 शव बरामद किए जा चुके हैं.
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