चंबा। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के दुर्गम क्षेत्र चंबा जिले (Chamba District) के चुराह उपमंडल के तीसा-बैरागढ़ मार्ग (Teesa-Bairgarh Road) पर तरवाई पुल के समीप पहाड़ी से गिरा पत्थर चालक को लगने से अनियंत्रित हुई टाटा सूमो गाड़ी बैरा खड्ड में जा गिरी। इसमें हिमाचल प्रदेश पुलिस बटालियन के छह पुलिस जवानों और चालक की मौत (Death of police personnel and driver) हो गई। चार घायल हो गए, जिनमें से तीन का मेडिकल कॉलेज चंबा (Medical College Chamba) में उपचार चल रहा है। मृतकों में पांच पुलिस कर्मचारी कांगड़ा, एक चंबा का रहने वाला था। चालक भी चंबा का रहने वाला था। सिविल अस्पताल तीसा में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए।
उपायुक्त चंबा अपूर्व देवगन ने एसडीएम चुराह की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन किया है, जिससे सात दिन में रिपोर्ट मांगी गई है। पुलिस के अनुसार सूमो में सवार होकर एसआई की अगुवाई में नौ पुलिस जवानों समेत वाहन चालक और एक अन्य व्यक्ति बैरागढ़ चौकी से ब्रूइला के लिए पेट्रोलिंग पर निकले थे। शुक्रवार सुबह करीब 10:00 बजे तरवाई पुल के पास यह हादसा हो गया। वाहन खड्ड में गिरते समय पुलिस जवानों समेत दस लोग गाड़ी से छिटक कर पत्थरों पर जा गिरे।
गाड़ी गिरता देख स्थानीय लोग मदद को खड्ड में उतरे। उन्होंने चुराह प्रशासन और पुलिस को भी इसकी सूचना दी। शवों और घायलों को निकाला गया। एक शव बह जाने से टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद उसे निकाल कर किनारे पर पहुंचाया। चार घायलों को सिविल अस्पताल तीसा पहुंचाया गया। जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद तीन को चंबा रेफर किया गया। उपायुक्त अपूर्व देवगन और पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव भी मौके पर पहुंचे। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल, मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने हादसे पर शोक जताया है।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं चुराह से विधायक हंसराज ने कहा कि हादसे में पूरी तरह से सरकार एवं पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन की लापरवाही सामने आई है। एक्सईएन जोगिंदर शर्मा पर तुरंत एफआईआर होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने सरकार से गुहार लगाकर भूस्खलन से प्रभावित इस मार्ग को बंद करवाया था, पर सरकार ने इसे फिर खोल दिया था। पहाड़ लगातार गिर रहा था, लेकिन सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया। हादसे को लेकर एक उच्च स्तरीय जांच समिति भी गठित की जाए।
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