वाशिंगटन।जो बाइडन (Biden) मानवाधिकार कार्यकर्ता वनिता गुप्ता (Human rights activist Vanita Gupta) को एसोसिएट अटार्नी जनरल (Associate Attorney General) बनी हैं। कानून की शिक्षा प्राप्त करने के बाद वह 38 अफ्रीकी-अमेरिकन को छुड़ाने के मामले से सुर्खियों में आई थीं। जिन्हें ड्रग के मामले में गलत फंसा दिया गया था। इस मामले में उन्होंने 60 लाख डालर का मुआवजा भी दिलाया था।
संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए मुख्य नागरिक अधिकार अभियोजक ने कहा है कि एक पूर्व कार्यवाहक सहायक अटॉर्नी जनरल और अमेरिका में सबसे प्रसिद्ध और सबसे सम्मानित नागरिक अधिकारों के वकीलों में से एक वनिता गुप्ता ने हमारे न्याय प्रणाली में अधिक से अधिक भागीदारी के लिए अपना कैरियर बिताया है और हर अमेरिकी के अधिकारों और सम्मान को आगे बढ़ा रही हैं। इसमें कहा गया है कि गुप्ता ने नागरिक अधिकारों के लिए कार्यवाहक सहायक अटॉर्नी जनरल के रूप में काम किया है।
वहीं,नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने फेडरल अपील्स कोर्ट के जज मेरिक गारलैंड को नया अटार्नी जनरल बनाने के लिए चयनित किया है। मेरिक पूर्व में सुप्रीम कोर्ट के जज बनने जा रहे थे। उनकी नियुक्ति को रिपब्लिकन पार्टी ने अटका दिया था।
मेरिक कानून के जानकार हैं और जज के रूप में उनका लंबा कार्यकाल रहा है। उन्हें न्याय विभाग में उच्च पद पर काम करने का लंबा अनुभव है। उन्होंने 1995 में ओकलाहोमा शहर में बम विस्फोट की घटना के मुकदमे में अभियोजन का पर्यवेक्षण किया था।माना जा रहा है कि जो बाइडन मेरिक की नियुक्ति की घोषणा जल्द ही कर देंगे। मेरिक के साथ ही उनकी टीम की भी घोषित की जाएगी। इनमें होमलैंड सिक्योरिटी एडवाइजर लीजा मोनाको की डिप्टी अटार्नी जनरल के रूप में नियुक्ति होनी है।
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