नई दिल्ली (New Dehli)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (Madhya Pradesh Chief Minister Mohan Yadav)ने खुद जानकारी दी कि भोपाल के परवलिया थाना (Parvaliya police station of Bhopal)क्षेत्र में संचालित बालगृह से लापता बालिकाओं (missing girls)का वेरिफिकेशन हो गया है, सभी बेटियां सुरक्षित हैं और इनकी पहचान भी कर ली गई है.
भोपाल में बिना अनुमति के चल रहे बालिका गृह से लापता बच्चियों को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. इस बालिका गृह से गायब सभी 26 बच्चियों का पता चल गया है. ये बच्चियां अपने घर पर हैं और सुरक्षित हैं.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जानकारी दी कि भोपाल के परवलिया थाना क्षेत्र में संचालित बालगृह से लापता बालिकाओं का वेरिफिकेशन हो गया है, सभी बेटियां सुरक्षित हैं और इनकी पहचान भी कर ली गई है. लापता हुई बच्चियों में से 10 आदमपुर छावनी इलाके में, 13 बच्चियां अयोध्या बस्ती, दो लड़कियां टॉप नगर और एक बच्ची रायसेन से मिली हैं.
इस मामले में लापरवाही बरतने पर सीडीपीओ बृजेंद्र प्रताप सिंह और सीडीपीओ कोमल उपाध्याय को निलंबित किया गया है. साथ ही महिला बाल विकास अधिकारी सुनील सोलंकी एवं सहायक संचालक महिला बाल विकास रामगोपाल यादव को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने भोपाल के बाहरी इलाके परवलिया में संचालित आंचल बालिका छात्रावास का औचक दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने जब रजिस्टर चेक किया तो पाया कि उसमें 68 बच्चियों की एंट्री थी लेकिन उनमें से 26 बच्चियां गायब थीं. ये बच्चियां गुजरात, झारखंड, राजस्थान, के अलावा मध्य प्रदेश के सीहोर, रायसेन, छिंदवाड़ा, बालाघाट के रहने वाले थे. बिना अनुमति के बालिका गृह चलाने के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है.
प्रियांक कानूनगो ने सोशल मीडिया पर साझा की थी जानकारी
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने लिखा था, “मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में राज्य बाल आयोग अध्यक्ष और सदस्यों के साथ संयुक्त रूप से एक मिशनरी द्वारा संचालित अवैध बाल गृह का निरीक्षण किया. जो बच्चे सड़कों से रेस्क्यू किए गए उनकी जानकारी सरकार को दिए बगैर और बिना लाइसेंस लिए गुपचुप ढंग से बालिका गृह को चलाया जा रहा था और यहां उनसे ईसाई धार्मिक प्रैक्टिस करवाई जा रही थी. इस बालिका गृह में 6 साल से 18 साल तक की 40 से ज़्यादा लड़कियों में अधिकांश हिंदू हैं.
चिल्ड्रेन होम के संचालक के खिलाफ दर्ज हुई FIR
जब चिल्ड्रेन होम के संचालक अनिल मैथ्यू से गायब बच्चियों के बारे में पूछताछ की गई तो वो संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. एफआईआर के मुताबिक बालिकाओं के लिए संचालित इस चिल्ड्रेन होम में कई अनियमितताएं मिली. इसकी जानकारी प्रियांक कानूनगो ने सोशल मीडिया पर साझा की थी.
इस संबंध में प्रियंक कानूनगो ने मुख्य सचिव वीरा राणा को पत्र भी लिखा है और सात दिन में जांच रिपोर्ट मांगी है. मामले को लेकर परवलिया थाना ने एफआईआर भी दर्ज की है.
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