भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के पड़ौसी जिले विदिशा में पिछले तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश से बेतवा नदी उफान पर है और पूरे जिले में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। बेतवा में आई बाढ़ से जहां भोपाल-विदिशा मार्ग बंद हो गया है, वहीं ग्राम रंगई के पास भोपाल-विदिसा मार्ग पर स्थित बाढ़ वाले गणेशजी भी डूब गए हैं। यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक दिन पहले ही भगवान गणेश जी पूजा कर बाढ़ उतारने की प्रार्थना की थी।
हालांकि, राजधानी भोपाल समेत आसपास के जिलों में सोमवार को मौसम साफ है और धूप भी खिली हुई है, लेकिन पिछले तीन दिनों में हुई लगातार बारिश से नदियों के सभी बांध लबालब भरे हुए हैं और उनके गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है। इसी के चलते बेतवा नदी खतरे के निशान से एक फीट ऊपर बह रही है। बेतवा नदी के लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण रंगई के पास भोपाल विदिशा मार्ग पर पानी आ गया, जिससे भोपाल जाने वाला रास्ता बंद हो गया है। खतरे को देखते हुए प्रशासन राहत एवं बचाव कार्य में जुटा है। विदिशा में बेतवा के उफान पर आने से मुक्तिधाम परिसर में पानी भर गया है। श्मशान जाने वाला रास्ता भी बंद हो गया है। वहीं, रंगाई स्थित गणेश मंदिर भी बेतवा में आई बाढ़ की वजह से डूब गया है।
बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के हवाई सर्वे के दौरान विदिशा पहुंचे थे तथा वहां ‘बाढ़ वाले गणेश मंदिर’ पहुंचकर पत्नी साधना सिंह सहित विघ्न विनाशक मंगलकारी श्री गणेशजी की पूजा-अर्चना की थी। उन्होंने गणेशजी से प्रार्थना की थी कि प्रदेश में बाढ़ जल्दी उतरे तथा हर व्यक्ति सुरक्षित रहे। श्री गणेश बाढ़ सहित प्रदेश पर आए हर संकट को दूर करें तथा सभी का मंगल करें। मुख्यमंत्री की वापसी के बाद से ही बेतवा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। सोमवार सुबह बेतवा का जलस्तर खतरे के निशान से एक फीट ऊपर पहुंच गया। फिलहाल, राहत एवं बचाव कार्य जारी है और बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर लगाए गए राहत शिविरों में पहुंचाया जा रहा है।