भोपाल (Bhopal) । अंतर्राष्ट्रीय कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) (Hizb-ut-Tahrir (HUT)) के भोपाल में गिरफ्तार (Arrested) 10 संदिग्धों को देश की सुरक्षा एजेंसी (security agency) देश विरोधी गतिविधियों के लोगों को ट्रैकिंग के लिए प्रयोग की जाने वाली उच्च तकनीक के जरिए पकड़ा है।
बीते कुछ वर्षों से केरल सहित देश के अन्य राज्यों के युवाओं को विदेश जाकर आतंकवादी संगठन आईएसआईएस में शामिल होने की कई घटनाएं सामने आ चुकी थीं। भारत के युवाओं के आईएसआईएस में शामिल होने और कुछ युवाओं के देश में ही रहकर आईएसआईएस के संपर्क में होने के खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी मिली थी। इसके बाद आईएसआईएस से जिन सोशल मीडिया साइट्स, चैटिंग एप और एप्लीकेशन के जरिए युवा जुड़ रहे थे, उनकी निगरानी केंद्रीय एजेंसिया कर रही थी। इसी बीच करीब डेढ़ वर्ष पहले भोपाल में ‘रॉकेट चैट’, ‘थीमा’ जैसे डार्कवेब का बार-बार डाउनलोड होने की जानकारी मिली। जिन मोबाइल नंबरों में ये डाउनलोड होते थे, कुछ महीने में उसमें दूसरे डार्कबेव और एप्लीकेशन डाउनलोड होते थे, जो दुनियाभर के आतंकी संगठनों के सदस्यों द्वारा उपयोग किए जाते थे।
भोपाल के संदिग्ध बातचीत करने के लिए सबसे अधिक उपयोग ‘रॉकेट चैट’, ‘थीमा’ जैसे डार्कवेब करते थे। ये दोनों डार्कवेब का उपयोग आईएसआईएस के सदस्य करते हैं। इसके बाद इन पर नजर रखी जाने लगी तो खुलासा हुआ कि यह आईएसआईएस नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) से जुड़े हुए हैं। इसके बाद इनकी हर गतिविधि पर खुफिया एजेंसियां नजर रखने लगीं। मंगलवार सुबह एनआईए ने एटीएस के साथ छापा मारकर भोपाल से दस, छिंदवाड़ा से एक और हैदराबाद से पांच संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार किए थे। सभी को भोपाल में रखकर पूछताछ की जा रही है। सभी संदिग्ध 19 तक की रिमांड पर हैं।
हैदराबाद से लाकर रिमांड पर लिया
राजधानी भोपाल, छिंदवाड़ा और तेलंगाना के हैदराबाद में एनआईए और एटीएस द्वारा मारे गए छापे में गिरफ्तार 16 संदिग्ध आतंकियों से अब भोपाल में ही पूछताछ की जा रही है। हैदराबाद से गिरफ्तार किए गए पांचों संदिग्ध आतंकियों को आज सुबह मप्र एटीएस हैदराबाद से लेकर भोपाल पहुंचे हैं। सभी को गुरुवार को एनआईए की विशेष अदालत में प्रस्तुत किया गया, जहां से सभी को 19 मई तक की रिमांड पर लिया गया है।
हैदराबाद से गिरफ्तार पांच में से एक दंत चिकित्सक
जिन पांच आतंकियों को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया है, उसमें शेख जुनैद भोपाल जिले के बैरसिया का रहने वाला है और वह दंत चिकित्सक है। वह पांच वर्ष पहले ही बैरसिया से हैदराबाद में शिफ्ट हुआ था। वह पहले पढ़ाई करने फिर नौकरी के लिए हैदराबाद में कुछ सालों से था। पांच वर्ष पहले वह पूरी तरह से हैदराबाद में रहने लगा। उसी युवक के संपर्क में आने वाले हैदराबाद के अन्य संदिग्ध भी भोपाल प्रशिक्षण देने आते थे।
ज्ञात हो कि हैदराबाद से मोहम्मद सलीम निवासी, अब्दुर रहमान, मोहम्मद अब्बास अली, शेख जुनैद निवासी और मोहम्मद हमीद सभी निवासी हैदरबाद को एटीएस ने कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है।
ठिकाना बदलने से संदेह में आया मास्टरमाइंड
हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) का मास्टरमाइंड यासिर खान लगभग एक वर्ष में तीन ठिकाने बदल चुका था। बार-बार ठिकाने बदलने से भी खुफिया एजेंसियों के निशाने पर थे और इनकी पूरी गतिविधियों की जानकारी जुटाई जा रही थी।
कई बार हथियार का प्रशिक्षण देने आए भोपाल
हैदराबाद में गिरफ्तार किए गए सभी पांचों संदिग्ध आतंकी एक नहीं कई बार भोपाल आकर यहां के संदिग्धों को हथियार चलाने का प्रशिक्षण दे चुके हैं। ये केमिकल हथियारों पर भी अधिक विश्वास करते हैं। गुपचुप तरीके से धार्मिक सभाएं करने के साथ जेहादी बनाने के लिए साहित्य भी बांटा जाता था। संगठन का विस्तार करने के लिए उग्र स्वभाव के युवाओं को अपने संगठन में जोड़ने का प्रयास कर रहे थे। ऐसे युवकों को अधिक प्रलोभन देते थे जो जिहाद के लिए, हिंदुओं से बदला लेने और देश में शरिया कानून लागू करने के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार हों।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved