भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि पर्यावरण और वैकल्पिक ऊर्जा (Environment and Alternative Energy) के उपयोग के क्षेत्र में नगर निगम भोपाल (Nagar Nigam Bhopal) ने देश को संदेश दिया है। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) न बीमारू रहेगा और न गरीब रहेगा। उन्होंने कहा कि अब भोपालवासी स्वच्छता में नंबर 1 आने का संकल्प लें। मध्यप्रदेश प्रत्येक क्षेत्र में तेजी से बढ़ेगा। सांची में सोलर सिटी बन रही है। प्रत्येक घर में सोलर एनर्जी से बिजली देने की तैयारी हो गई है। यह आवश्यक है कि भोपाल में भी इस दिशा में पहल की जाए। हम सभी मिलकर राजधानी भोपाल को सौर ऊर्जा नगरी बनाएं। दो केप्टिव परियोजनाओं के निर्माण का अनुबंध अनुकरणीय और अद्भुत है।
मुख्यमंत्री चौहान सोमवार शाम को कुशाभाऊ ठाकरे सभागृह में 21 मेगावाट सौर ऊर्जा और 15 मेगावाट पवन ऊर्जा परियोजनाओं के वर्चुअल शुभारंभ और नगर निगम भोपाल और सौर ऊर्जा एवं पवन ऊर्जा कंपनियों के मध्य अनुबंध निष्पादन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री और अन्य जन-प्रतिनिधियों की उपस्थिति में अनुबंध निष्पादन हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों के उपयोग का संकल्प लिया है। मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री के संकल्प को साकार किया जा रहा है। आज भोपाल नगर के हित में हुआ यह अनुबंध एक अद्भुत पहल है। इसके लिए नगर निगम भोपाल और नगरीय विकास एवं आवास विभाग बधाई के पात्र हैं।
प्रदेश में वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों के उपयोग पर जोर
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में रीवा में सौर ऊर्जा आधारित परियोजना प्रारंभ की गई। आज जीवाष्म ईधन के उपयोग को कम करने की आवश्यकता है। मध्यप्रदेश ने इस दिशा में काफी पहल की है। रीवा की सौर ऊर्जा की परियोजना के बाद नीमच, शाजापुर और अन्य स्थानों पर भी परियोजनाएं प्रारंभ की गई। अब ओंकारेश्वर में बांध की सतह पर सोलर में पैनल बिछाने की तैयारी है। ग्लोबलवार्मिंग और क्लाइमेट चेंज के खतरों को पहचानते हुए धरती को रहने योग्य बनाना है। हमें प्रकृति का दोहन करना है शोषण नहीं करना है। गत एक माह से वर्षा, ओला वृष्टि की स्थिति बनी हुई है। अनेक स्थानों पर बाढ़ और सूखे की स्थिति देखने को मिलती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल स्वच्छतम राजधानी है। यह देश के स्वच्छतम नगर के रूप में भी पहचान बना सकता है। इसके लिए भी संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने विकास दर, प्रति व्यक्ति आय, कृषि क्षेत्र और देश की अर्थ-व्यवस्था में मध्यप्रदेश के योगदान संबंधी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में नर्मदा, विन्ध्य, बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस-वे के साथ ही अटल एक्सप्रेस-वे के कार्य हो रहे हैं। चंबल क्षेत्र जो दस्यु समस्या के लिए कुख्यात था अब चंबल सफारी के नाम से जाना जाएगा। पर्यटन का विकास हो रहा है। करीब 20 वर्ष पूर्व तत्कालीन सरकार द्वारा भोपाल में नर्मदा जल लाने को असंभव माना था। आज भोपाल ही नहीं मालवा अंचल के अनेक नगर नर्मदा जल से लाभान्वित हो रहे हैं।
नगरीय विकास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान के निर्देशानुसार भोपाल को आज बहुत बड़ी सौगात मिल रही है। सौर और पवन ऊर्जा का यह प्रोजेक्ट भोपाल नगर के लिये ऊर्जा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। इस तरह के प्रोजेक्ट अन्य नगर निगमों और नगरपालिकाओं में भी लगाये जा सकते हैं। इस प्रोजेक्ट से प्रतिवर्ष भोपाल नगर निगम को 14 करोड़ रुपये की बचत होगी। आगामी समय में इसमें और वृद्धि होगी। मुख्यमंत्री चौहान की इच्छा-शक्ति से प्रदेश नगरीय विकास की सभी योजनाओं में देश में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल कर रहा है। साथ ही सभी शहरों का समुचित और समन्वित विकास हो रहा है। मध्यप्रदेश आज देश के 5 अग्रणी राज्यों में शामिल है। उन्होंने बताया कि भोपाल नगर निगम को अगले 25 वर्ष तक समान दर से बिजली उपलब्ध रहेगी जबकि बिजली की दरें बढ़ती जाएंगी।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में विकास के नए आयाम स्थापित हुए हैं। वैकल्पिक ऊर्जा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य हुआ है।
भोपाल महापौर मालती राय ने कहा कि जल प्रदाय के कार्य में काफी अधिक बिजली का उपयोग होता है। वर्तमान में 12 करोड़ रुपये प्रतिमाह बिजली का खर्च हो रहा है। अगले 25 वर्ष के लिए बचत की योजना 2 परियोजनाओं से क्रियान्वित होगी। करीब 14 करोड़ रुपये की सालाना बचत होगी। नगर निगम के सभी जोनल ऑफिस में सोलर प्लांट लागए जा रहे हैं। इन परियोजनाओं से नगर निगम भोपाल की 60 प्रतिशत विद्युत मांग की पूर्ति हो जाएगी।
प्रारंभ में अतिथियों का तुलसी का पौधा भेंट कर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री चौहान ने विभिन्न प्रकाशनों का विमोचन भी किया। कार्यक्रम में सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह, विधायक कृष्णा गौर, पूर्व महापौर आलोक शर्मा, बीडीए अध्यक्ष कृष्ण मोहन सोनी, नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, राजेश हिंगोरानी, जन-प्रतिनिधि, प्रमुख सचिव नगरीय विकास नीरज मंडलोई उपस्थित थे।
परियोजनाओं के उल्लेखनीय पहलू
– देश में किसी भी नगरीय निकाय द्वारा लगाई जाने वाली प्रथम ग्रिड संयोजित ओपन एक्सेस परियोजनाएं हैं।
– मध्यप्रदेश में स्थापित होने वाली प्रथम हाइब्रिड परियोजनाएं हैं, जिनमें सौर एवं पवन ऊर्जा का उपयोग एक साथ होगा।
– पॉवर बैंकिंग विनियम पर आधारित प्रथम नवीकरणीय परियोजनाएं हैं।
– इन परियोजनाओं से नगर निगम भोपाल की लगभग 60 प्रतिशत विद्युत मांग की पूर्ति होगी।
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